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विशाखापत्तनम। केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड-विशाखापटनम इस्पात सयंत्र (आरआईएनएल-वीएसपी) का दौरा कर सयंत्र में हुई दुर्घटना में घायल हुए लोगों से मिलने विशाखापटनम अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने घायल लोगों के संबंधियों से बातचीत की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। आरआईएनएल-वीएसपी प्रबंधन ने सभी घायल व्यक्तियों के बेहतर इलाज के लिए कई कदम उठाये है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी और इस्पात सचिव ने भी घटना स्थल का दौरा किया और इस्पात मंत्री के साथ मरीजों से मुलाकात की। नई दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के प्रख्यात चिकित्सक डॉ दीपक अस्पताल में भर्ती कर्मचारियों को दी जाने वाली चिकित्सा सेवा में सहायता के लिए विजाग पहुंचे।
तेरह जून 2012 को लगभग रात को 8 बजकर 45 मिनट पर आरआईएनएल के एसएमएस-दो के नजदीक नये ऑक्सीजन प्रेशर रिड्यूसिंग स्टेशन में आग लग गई। इस दुर्घटना में कुल 19 लोग प्रभावित हुए, जिसमें से 12 वीएसपी से हैं, जबकि 4 मैं डी को, 2 मैं ब्लू स्टार और एक मैं एसएमएस साइमग से है। इस दुर्घटना में प्रभावित कुल 19 लोगों में से मौत के 11 मामले हैं, जबकि शेष 8 घायल व्यक्तियों का इलाज चल रहा है। इस्पात मंत्री ने इस दुर्घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति की गठन की घोषणा की है, जिसके कार्यक्षेत्र हैं-दुर्घटना की जाचं करना, घटना के अनुक्रम का पता लगाना और आग लगने के कारण का ठीक-ठीक पता लगाना। इस बात का पता लगाना कि क्या आवश्यकता के अनुसार सभी प्रायोगिक जांच और उचित सुरक्षा मानक अपनाए गए थे। इस घटना के लिए जिम्मेदार एजेंसी/व्यक्तियों की पहचान करना। इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए विशेष अनुशंसा करना।
जांच समिति में सेल के पूर्व अध्यक्ष डॉ एसआर जैन समिति के अध्यक्ष होंगे। केके महरोत्रा, अध्यक्ष-मीकॉन। आईआईटी दिल्ली और कानपुर के मेकैनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागध्यक्ष इसके सदस्य होंगे। समिति आवश्यकतानुसार सदस्यों से सहयोग कर सकती है। समिति अपना प्रतिवेदन 30 दिन के भीतर सौंपेगी। सरकार सुरक्षा पहलुओं की जांच के लिए सुरक्षा जांच करायेगी, ताकि सुधारात्मक उपाय किये जा सकें। बीस से तीस लाख रुपये तक के सामान्य मुआवजे के अलावा 20 लाख रुपये की राहत राशि भी दी जायेगी।