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वाशिंगटन। भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद और अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के बचपन बचाओ अभियान के क्रियाशीलता मंच के तहत अमरीका में भाग लेने वाले देशों ने बचपन बचाओ संबंधी अपनी प्रतिबद्धता दोहराने के लिए प्रतिज्ञा की। अमरीका का दौरा करने वाले इस भारतीय मंत्री स्तरीय शिष्टमंडल में महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ भी शामिल हैं। इस क्रियाशीलता मंच का उद्देश्य बच्चों को बचाने से संबंधित चुनौतियों के बारे में वैश्विक रूप से जागरूकता पैदा करना, पिछली आधी सदी के दौरान बाल मृत्यु दर में 70 प्रतिशत कमी को उत्सव के रूप में मनाना और किसी पीढ़ी में बाल मृत्यु को समाप्त करने के लिए एक वैश्विक दिशा-निर्देश तैयार करना है।
सरकार की प्रतिज्ञा के तहत, राष्ट्र एवं सरकार के अध्यक्ष तथा विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने बच्चों में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए महासचिव की प्रत्येक महिला प्रत्येक बच्चा पहल से जोड़ते हुए बाल मृत्यु को रोकने के लिए वैश्विक अभियान में सहायक होने की अपनी प्रतिबद्धता जताई। इस प्रतिज्ञा के अनुसार बाल मृत्यु दर में कमी लाने में विश्व में काफी प्रगति हुई है। पिछले 50 वर्ष के दौरान नवीन टीकों, बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रक्रिया, शिक्षा में निवेश, सरकारों, सिविल सोसायटी और अन्य सहयोगियों ने बाल मृत्यु में 70 प्रतिशत की वैश्विक गिरावट में योगदान दिया है। इस अनोखी प्रगति से उत्पन्न अभियान और वैज्ञानिक तथा सामाजिक प्रगतियां, जो इससे जुड़ी हैं, वे उच्च, मध्यम और निम्न आय वाले देशों में बाल मृत्यु में गिरावट लाने के लिए एक ऐतिहासिक अवसर को दर्शाती हैं।
राष्ट्राध्यक्षों ने प्रतिज्ञा की कि राष्ट्रीय कार्रवाई तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिये वे नवजात, बच्चों और मातृ अस्तित्व के विकास की प्रगति में कार्य करेंगे। वे इस लक्ष्य के लिए संयुक्त प्रयास के लिए अपने को जिम्मेदार बनायेंगे और हर जगह सभी बच्चों की तरफ से अपने प्रयासों के लिए प्रतिबद्ध होंगे, ताकि जीवन में प्रत्येक बच्चे को एक बेहतर शुरूआत दी जा सके।