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सरवाड़ दरगाह पर मुल्क के लिए दुआ

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अजमेर। उत्तराखंड के राज्यपाल अज़ीज़ कुरैशी व केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने बुधवार को प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के बड़े साहबजादे ख्वाजा फख़रूद्दीन चिश्ती की सरवाड़ स्थित दरगाह में देश की एकता-अखंडता को अक्षुण्ण रखने और सभी के दिल में एक दूसरे के मज़हब के लिए जगह बनाये रखने की दुआ मांगी। उन्होंने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह से पूरी दुनिया को प्यार, मुहब्बत, भाईचारा, इंसानियत और अमन-चैन का संदेश गया था और आज सरवाड़ से भी देश और दुनिया के कोने-कोने में आपसी मेलजोल और भाईचारे का पैगाम पहुंचेगा। उन्होंने दरगाह के लिए राज्यपाल विवेकाधीन कोष से एक लाख एक सौ ग्यारह रूपये देने की घोषणा की और पवित्र मज़ार पर मख़मली चादर व अक़ीदत के फूल पेश किए।
राज्यपाल अज़ीज़ कुरैशी ने सरवाड़ दरगाह में नवनिर्मित बुलंद दरवाजे का उद्घाटन करने के पश्चात कौमी एकता व अखंडता के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा-‘ख्वाजा साहब ने जो पैगाम दिया उस पैगाम को और आगे फैलाने की जरूरत है और देश की हिफाजत व अमन-चैन के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए। इस देश का बच्चा-बच्चा अपनी जान न्यौछावर करने को तैयार है इसलिए देश पर किसी प्रकार की आंच नहीं आ सकती। कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश एक है और उसकी हिफाजत करना सभी का धर्म है। हिंदुस्तान की सरजमीं पर देवी-देवता, नानक, चिश्ती, औलिया संत हुए हैं। यहां मंदिर में घंटियां बजती हैं, मस्जिद में अजान होती है तो गरूद्वारे मे गुरूवाणी और चर्च में प्रार्थना होती रहती है, पूरा मुल्क एक है।’

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