स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने 10,000 शिक्षकों के एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के शिक्षक से बातचीत संबंधी परियोजना (टॉक टू अ टीचर) के तहत आईआईटी बांबे ने आयोजित किया है। ऐसा विश्व में पहली बार हो रहा है कि ब्रॉडबैंड नेटवर्क और आईसीटी सुविधाओं के जरिए इंजीनियरिंग कॉलेजों के 10,000 शिक्षकों को एक साथ प्रशिक्षित किया जा रहा है। कपिल सिब्बल ने कन्याकुमारी राजकोट, श्रीनगर और नागपुर के दूरस्थ केंद्रों से बातचीत की। आईआईटी बॉम्बे के एक प्रतिनिधि ने प्रतीकात्मक के रूप में आकाश टेबलेट सिब्बल को भेंट किया।
देश के शिक्षकों को सशक्त बनाने तथा उनकी गुणवत्ता में सुधार लाने के प्रयास के तहत यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारत में स्थापित 168 दूरस्थ केंद्रों के जरिए आयोजित किया गया है। इसमें आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर आईआईटी बॉम्बे से व्याख्यान देंगे। ए-व्यू सॉफ्टवेयर के जरिए आईआईटी बॉम्बे और सभी केंद्रों को जोड़ा गया है। इस पाठ्यक्रम में व्याख्यान, संवाद और प्रयोगशाला सत्र सम्मिलित हैं। इस शिक्षा प्रणाली को प्रोफेसर डीबी पाठक के नेतृत्व में आईआईटी बॉम्बे ने विकसित किया है। इस प्रणाली में प्रतिभागी सुविधा केंद्र जाएंगे। इससे बड़ी संख्या में महिला शिक्षकों को हिस्सा लेने का मौका मिल रहा है, जो आमतौर पर दूरस्थ स्थानों में इस तरह के कार्यक्रमों में अपने पारिवारिक वचनबद्धताओं के कारण हिस्सा नहीं ले पाती।
ए-व्यू सॉफ्टवेयर का विकास और इस कार्यशाला का आयोजन, शिक्षकों से बातचीत संबंधी परियोजना का हिस्सा है, जिसे सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के तहत वित्तीय सहायता दी गई है। यह मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग की एक पहल है। कपिल सिब्बल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि आकाश परियोजना पर तेज़ी से काम चल रहा है और जल्दी ही इसे रिलीज़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आकाश टेबलेट में पॉयथन, सी, सी++ और स्काईलैब में कंप्यूटर प्रोग्रेम बनाए जा सकते है। कपिल सिब्बल ने आकाश में कई उपयोगी सॉफ्टवेयर डालने के लिए आईआईटी बॉम्बे को धन्यवाद दिया।