स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत-मॉरिशस का पर्यटन सहयोग पर जोर

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

भारत-मॉरिशस पर्यटन बैठक-india-mauritius tourism meeting

नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यटन मंत्री सुबोधकांत सहाय ने भारत और मॉरिशस के साथ पर्यटन क्षेत्र में सहयोग को सुदृढ़ करने का आह्वान किया है। यह बात उन्‍होंने उस समय कही जब मॉरिशस के पर्यटन मंत्री युंग सिक यूएन ने नई दिल्‍ली में उनसे मुलाकात की। पर्यटन मंत्री ने कहा कि पारस्‍परिक सहयोग के जरिए पर्यटन और अवसंरचना के विकास के लिए दोनों देशों के पास पर्याप्‍त संभावनाएं हैं। दोनों देशों के बीच काफी समय से चले आ रहे ऐतिहासिक और सांस्‍कृतिक संबंधों को हवाला देते हुए सहाय ने कहा कि यह उचित होगा यदि हम अपने संबंधों को द्विपक्षीय पर्यटन को बढ़ावा देकर मजबूत करते हैं।
सुबोधकांत सहाय ने सुझाव दिया कि भारत और मॉरिशस स्‍थलों के प्रबंधन में अपने-अपने अनुभवों का आदान-प्रदान और आपसी पर्यटन से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने पर विचार कर सकते हैं। सहाय ने कहा कि भारत और मॉरिशस में मानव संसाधन विकास संस्‍थाओं के बीच संकाय विनिमय कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकता है। एक विशेष कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा सकता है, जिसमें भारत और मॉरिशस के मानव संसाधन विकास (एचआरडी) विशेषज्ञ दोनों देशों के कुछ संस्‍थाओं में भाग ले सकें तथा सम्‍मेलन और गोष्ठियों के जरिए शिक्षक संकाय से बातचीत कर सकें।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री का यह विचार था कि भारत और मॉरिशस के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्‍य से दोनों देशों के टूर ऑपरेटर और ट्रेवल एजेंट को एक दूसरे के बीच वाद-संवाद करना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि दोनों देशों के बीच यात्रा व्‍यापार के जरिए एक दूसरे के बीच अ‍त्‍यधिक पैकेज टूर को बढ़ावा देने संबंधी संभावनाओं की तलाश की जा सकती है। सहाय ने कहा कि दोनों देश होटल उद्योग पर्यटन और अवसंरचना विकास के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने संबंधि संभावनाओं की तलाश कर सकते हैं। पर्यटन मं‍त्री ने यह भी कहा कि भारत में स्‍वचालित आधार पर होटल क्षेत्र में 100 प्रतिशत प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति है।
मॉरिशस के पर्यटन यूएन ने आशा व्‍यक्‍त की कि दोनों देशों के बीच अधिक से अधिक पर्यटकों का आगमन होगा। उन्‍होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देकर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों के बीच पर्याप्‍त क्षमता है। उनका विचार था कि पर्यटन को दोनों देशों के बीच के हर तरह के सहयोग से जोड़ा जा सकता है। वर्ष 2009 के दौरान मॉरिशस से भारत में लगभग 18000 पर्यटकों का आगमन हुआ, जो 2010 में बढ़कर 21000 से ज्‍यादा हो गया। मॉरिशस में पर्यटन स्‍थल के रूप में भारत को बढ़ावा देने की जिम्‍मेदारी जोहेंसबर्ग स्थित भारत पर्यटन कार्यालय की है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]