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अंतर्देशीय जलमार्गो में निजी निवेश की जरूरत

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय महत्‍वपूर्ण अंतर्देशीय जलमार्गो में अधिक निजी निवेश का प्रयास करता आ रहा है। जनवरी 2012 से प्रधानमंत्री कार्यालय राष्‍ट्रीय जलमार्ग 1, 2 और 3 के संदर्भ में प्रमुख परियोजनाओं के कार्यान्‍वयन में तेजी लाने का प्रयास कर रहा है। ये राष्‍ट्रीय जलमार्ग गंगा आधारित वाराणसी से हल्दिया (एनडब्‍ल्‍यू-1), असम में ब्रह्मपुत्र (एनडब्‍ल्‍यू-2) और केरल (एनडब्‍ल्‍यू-3) में स्थित हैं।
निजी निवेश को बढ़ाने के लिए सचिव (योजना) की अध्‍यक्षता में एक समिति गठित की गई है। समिति में सचिव (नौवहन), महानिदेशक (आईडब्‍ल्‍यूएआई) और डीईए के प्रतिनिधि सदस्‍य होंगे। समिति क्षेत्र संबंधी निवेश क्षमता का आकलन करेगी और अंतर्देशीय जलमार्गों मे नि‍जी निवेश को बढ़ाने के लिए सिफारिशें करेगी।
उल्‍लेखनीय है कि अंतर्देशीय जलमागों की क्षमता बहुत अधिक है, यदि उसके लिए सकारात्‍मक प्रयास किये जाएं। यूरोप में राईन और डेन्‍यूब नदियों के जरिये बहुत यातायात होता है। इसको मद्देनजर रखते हुए इलाहाबाद-हल्दिया (राष्‍ट्रीय जलमार्ग-1) को भी औद्योगिक गलियारे के रूप में विकसित किया जा सकता है।

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