स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
लखनऊ। आल इंडिया बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमेटी के संयोजक ज़फ़रयाब जीलानी ने कहा है कि 6 दिसंबर को पूर्व की भांति शांतिपूर्वक कार्यक्रम आयोजित कर ज़िलाधिकारी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन दिए जाएंगे। ज्ञापनों में बाबरी मस्जिद विध्वंस से संबंधित सभी प्रकार के मुकदमात को शीघ्र निर्णित कराने की मांग के साथ यह भी है कि यदि लिब्राहन कमीशन की रिपोर्ट और कमीशन में दाख़िला सुबूत के आधार पर इल्ज़ामात साबित होते हों और जो अभी तक सीबीआई के मुलज़िम न बनाए गए हों तो उनके विरूद्ध मुक़दमा दर्ज करके उन पर मुक़दमा चलाकर बाबरी मस्जिद को शहीद करने के ज़िम्मेदार सभी मुलज़िमों को सज़ा दी जाए।
एक बयान में जिलानी ने कहा है कि लिब्रहान कमीशन की रिपोर्ट की रोशनी में यह भी मांग की जाए कि जिन मुलज़िमों के विरूद्ध एनडीए सरकार के ज़माने में सीबीआई ने साज़िश का चार्ज ख़त्म कर दिया गया था, जिसमें लाल कृष्ण आडवाणी आदि भी थे, उनके विरूद्ध फिर से साज़िश का चार्ज लगवाने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया जाए।
छह दिसम्बर को विशेष दुआओं का भी आयोजन किया जाए जिसमें बाबरी मस्जिद से संबंधित सभी मुक़दमों को जल्द से जल्द निर्णित होने की दुआ के साथ यह भी दुआ की जाए कि देश में शांति और सौहार्द का वातावरण क़ायम रहे और धर्मनिर्पेक्ष मान्यताओं और न्यायालय की मर्यादा के ख़िलाफ़ घोषणाएं करने वालों को जनता को भ्रमित करने का अवसर न प्राप्त हो।
जिलानी ने कहा है कि +जिन स्थानों पर धर्मनिर्पेक्ष संगठन या बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमेटी के ज़िम्मेदार किसी धरने आदि का आयोजन पूर्व में करते रहे हैं वह मुक़ामी हालात को मद्देनज़र रखते हुए उसी तरह के आयोजन इस वर्ष भी कर सकते हैं परंतु इस बात पर सभी को ध्यान रखना होगा कि ऐसा कोई आयोजन न किया जाए जिससे किसी प्रकार से शांति भंग होने का अंदेशा हो।