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लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने मीडिया से यह कह कर सनसनी फैला दी कि मायावती सरकार ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस के लिए बुक कराए गये पर्यटन विभाग के आडिटोरियम का आवंटन रद्द कर दिया है। राज्य सरकार ने इसका दोपहर बाद दृढ़ता से खंडन किया। कांग्रेस भी इस आरोप पर कोई लिखित सबूत पेश नही कर सकी है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह बार-बार यही बोल रहे है कि आवंटन निरस्त किया गया था और पर्यटन विभाग के अधिकारी उनके घर इसकी सूचना देने और आवंटन के लिए जमा किया गया चेक वापस करने आए थे। दिनभर इसे लेकर सरकार और कांग्रेस के बीच तनातनी का माहौल बना रहा। कुल मिलाकर कांग्रेस का यह आरोप झूंठा ही लग रहा है।
दरअसल हुआ यह था कि प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने अपने नाम से लखनऊ मे पर्यटन विभाग का गोमती नगर आडिटोरियम बुक कराया था। पर्यटन विभाग के संबंधित अधिकारी को उन्होने यह नही बताया था कि आडिटोरियम मे राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस होनी है। आडिटोरियम के अधिकारी ने अखिलेश प्रताप सिंह से यह जानना चाहा था कि उसमे क्या कार्यक्रम होना है क्योकि अन्य श्रोतो से यह पता चला था कि उसमे राहुल गांधी का कोई कार्यक्रम है। चूकि राहुल गांधी की उच्च सुरक्षा व्यवस्था होती है, जिलाधिकारी ने इस व्यवस्था के सिलसिले मे वहा होने वाले कार्यक्रम के संबंध मे जानकारी मांगी थी। पर्यटन विभाग का अधिकारी केवल अखिलेश प्रताप सिंह से यही जानकारी चाहता था। कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने इसे गहरे विवाद मे धकेलते हुए मुद्दा बना कर उछाल दिया।
कांग्रेस के पास अपने आरोप का कोई सबूत नही हैं बल्कि उनका यह आरोप भी निराधार ही माना जाता है कि पर्यटन निदेशक ने प्रेस कांफ्रेंस करके यह बात स्वीकार की कि आडिटोरियम का आवंटन निरस्त किया गया है। पर्यटन निदेशक का कहना है कि उन्होने कभी ऐसा नही कहा। उधर कुछ मीडिया चैनलो ने इस मामले को सुनी-सुनाई बातो पर उछालने मे कोई कसर नही छोड़ी। कांग्रेस नेताओ ने इस मामले को जिस प्रकार उछाला उससे लग रहा था कि राहुल गांधी की नजरों मे छाने के लिए छपास के रोगी ये प्रवक्ता और अन्य नेता कोई शगूफा छोड़ रहे है और अंततः वही साबित हुआ। ऐसा कोई सबूत नही है कि आवंटन रद्द किया गया था।
राज्य के अपर मंत्रिमंडलीय सचिव विजय शंकर पाण्डेय ने भी कहा है कि गोमती नगर में पर्यटन विभाग के आडिटोरियम में प्रस्तावित राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस के लिए आडिटोरियम का आवंटन निरस्त नहीं किया गया है और न ही कोई निरस्तीकरण आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रकरणों से राज्य सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। अपर मंत्रिमण्डलीय सचिव ने मीडिया सेन्टर में राहुल गांधी की पर्यटन विभाग के आडिटोरियम में प्रस्तावित प्रेस कांफ्रेंस की अनुमति निरस्त किये जाने की खबर उड़ने पर मीडिया के माध्यम से सफाई दे रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार की मंशा राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस को रोकने की होती, तो वह कांग्रेस पार्टी से निर्धारित शुल्क न जमा कराकर आडिटोरियम को बुक ही न होने देती। पाण्डेय ने कहा कि मुख्यमंत्री मायावती ने इस प्रकार दुष्प्रचार करके राज्य सरकार की छवि को धूमिल करने के प्रयासों पर दुःख प्रकट किया है और यह भी कहा है कि और लोगों की तरहराज्य सरकार इस प्रकार की ओछी हरकतें नहीं करती है।