स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
लखनऊ। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास गुप्ता की 27वीं पुण्यतिथि एक संगोष्ठी के साथ, पुराना किला में बाबू बनारसी दास नगर निवासी कल्याण समिति के तत्वावधान में हुई। संगोष्ठी में कौमी एकता के लिए उनके विचारों की प्रासंगिकता पर विचार व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने बाबू बनारसी दास गुप्ता को देश की आजादी का पुरोधा बताया तो दूसरी तरफ एक कुशल व सफल जनसेवक के रूप में उनकी उपलब्धियों की व्याख्या की।
सामाजिक, रचनात्मक, शैक्षणिक, उत्तम स्वास्थ्य की दिशा समाज के हर वर्ग के युवाओं एवं छात्रों को प्रेरणा देते रहने का कार्य बाबू बनारसी दास ने जीवनपर्यंत किया। सभी भाषाओं का उन्होंने आदर किया और उत्तर प्रदेश में उर्दू को द्वितीय भाषा का दर्जा दिया। उनके निजी सचिव रहे धर्म सिंह ने कहा कि बाबूजी का व्यक्तित्व लौह पुरूष का था, अपने विचारों एवं निर्देशों के गहन चिंतन के बाद ही उनका प्रकटीकरण या प्रकाशन करते थे, शिक्षा सबको मिले यह उनके जीवन का ध्येय था। बाबू बनारसी दास नगर निवासी कल्याण समिति के अध्यक्ष कैलाश पाण्डेय ने कहा कि उनका 13-14 वर्ष की अवस्था में स्वतत्रंता संग्राम के आन्दोलन में कदम रखना युवाओं के लिए अत्यन्त प्रेरणाप्रद है, दूसरी तरफ शिक्षा तथा उच्च शिक्षा के विस्तार तथा तकनीकी शिक्षा की स्थापना व सुलभ उपलब्धता, उनके जीवन का एक सपना था।
वक्ताओं ने कहाकि बाबू बनारसी दास गुप्ता की परिकल्पनाओं का प्रतिफल आज उनकी तकनीकि शिक्षा के विस्तार के रूप में पूरे उत्तर प्रदेश में देखा जा सकता है। लखनऊ में स्थापित बाबू बनारसी दास यूनिवर्सिटी आने वाले समय में उच्च शिक्षा का एक विशाल वट वृक्ष होगा। छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष अरूण गुप्ता ने कहा कि सहज उपलब्धता तथा अपने अनुभवों को सार्वजनिक रूप से बांटने के कारण बाबूजी को घर परिवार के अतिरिक्त बाकी भी अपने परिवार का अभिभावक मानते थे। अचल मेहरोत्रा ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि निश्चित रूप से वे एक निर्विवाद राजनेता रहे, जो उनकी जीवन की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक है।
इस अवसर पर बाबू बनारसी दास ग्रुप आफ एजूकेशन के डायरेक्टर सुधर्मा सिंह, राज्यसभा सदस्य डॉ अखिलेश दास गुप्ता के राजनैतिक सचिव सुशील दुबे, सुबोध श्रीवास्तव, पूर्व पार्षद राजीव बाजपेई, रेहान अहमद खान, विपिन बिहारी शुक्ला, होरी लाल गुप्ता, वंदना अवस्थी, शान बक्शी, जयश्री प्रिया गुप्ता, कमलेश गुप्ता, आशा मौर्या, शारदा खन्ना, बीना पाण्डेय, हसन आब्दी, महेश कुमार चाचा, लालता प्रसाद, अमर सिंह, अजय श्रीवास्तव, रमेश गुप्ता खन्ना, महेश राठौर, मोहम्मद जुबैर, वसीम खान, अब्दुल्लाह सिद्दीकी, रोहित कुमार, राजेंद्र कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे।