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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा व बाल विकास पुष्टाहार मंत्री राम गोविंद चौधरी ने कहा कि सरकार की मंशा है कि शिक्षा मित्रों की पीड़ा कम हो। प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाये जाने एवं उनके प्रशिक्षण के लिए शासनादेश भी जारी हो गया है। बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी, कैसरबाग लखनऊ में गांधी प्रेक्षागृह में प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के नवें प्रांतीय सम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी प्राथमिक शिक्षा की खोई हुई प्रतिष्ठा को शिक्षा मित्र मेहनत से हांसिल करेंगे। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्कूलों में किताबों से लेकर ड्रेस आदि की पूरी व्यवस्था की गयी है, बच्चों को स्कूल भेज कर उन्हें समुचित साधनयुक्त शिक्षा प्राप्त कराई जा सकती है।
राम गोविंद चौधरी ने कहा कि शिक्षा मित्रों की मांगों पर उच्च स्तरीय बैठक में विचार कर पूरा किया जाएगा, चाहे संस्थागत रूप से स्नातक उत्तीर्ण शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण के द्वितीय चरण में ही सम्मिलित करना हो या आरक्षित वर्ग के शिक्षा मित्रों के रिक्त सीटों पर अनारक्षित-वर्ग के शिक्षा मित्रों के प्रशिक्षण हेतु विचार कर चयन सुनिश्चित करना हो। अभिनंदन समारोह में राज्य मंत्री बेसिक शिक्षा वसीम अहमद ने भी अपने विचार रखे और शिक्षा मित्रों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला ने शिक्षक मित्रों की समस्याओं से शिक्षा मंत्री को अवगत कराया। उन्होंने शिक्षा मित्रों का दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण कराये जाने पर भी जोर दिया। इस अवसर पर विधायक राम खिलाड़ी सिंह यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष लोहियावाहिनी आनंद सिंह भदौरिया, शिव कुमार शुक्ला और बड़ी संख्या में शिक्षामित्र उपस्थित थे।