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पुणे। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रधान कार्यालय लोकमंगल पुणे और देश भर में स्थित बैंक के सभी कार्यालयों पर ध्वजारोहण के साथ 66 वां स्वतंत्रता दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया। समारोह अपूर्व उत्साह के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर स्टाफ सदस्य और उनके परिवार के सदस्यगण उपस्थित हुए। बैंक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नरेंद्र सिंह तथा कार्यपालक निदेशक सीवीआर राजेंद्रन ने मुख्यालय पर प्रातः 8.15 बजे राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक नरेंद्र सिंह ने उपस्थितों को संबोधित करते हुए आजादी प्राप्त करने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों को याद किया और लाल किले की प्राचीर से पहला स्वतंत्रता दिवस आयोजित करने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू का उल्लेख किया। इस विशेष अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति आदरांजलि अर्पित की गई। नरेंद्र सिंह ने पूर्वजों से प्राप्त विरासत और गौरव को बरकरार रख देश के विकास की दृष्टि से समग्र बेहतरी के प्रयास करते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर भविष्य निर्मित करने पर जोर दिया।
उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का उल्लेख करते हुए उनके नारों को भी दोहराया-बाल गंगाधर टिलकः स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है। नेताजी सुभाषचंद्र बोसः तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। स्टाफ को दिए संदेश में नरेंद्र सिंह ने वित्तीय समावेशन की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि संपूर्ण विकास के लिए जनसामान्य को तथा कमजोर वर्गों को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु अभियान चलाए जाएं।
उन्होंने इसकी शुरुआत के लिए शिथिल केवायसी दस्तावेजों के आधार पर प्रवासी श्रमिकों, फेरीवालों, विक्रेताओं सहित समाज के सभी वर्गों के खाते खोलने के लिए बैंक के प्रधान कार्यालय, लोकमंगल, पुणे में एक विशिष्ट काउंटर खोलने की घोषणा की। यह काउंटर रविवार सहित सप्ताह के सातों दिन कार्यरत रहेगा। ऐसे खाते सीबीएस प्लेटफॉर्म पर खोले जाएंगे, ताकि इन खातों को खाताधारक के पसंद के स्थान पर परिचालित किया जा सकेगा।