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देहरादून। उत्तराखंड के राज्यपाल अज़ीज़ कुरैशी राजभवन में पाकिस्तान से आये चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल से मिले और उसके माध्यम से पाकिस्तान को अमन-चैन तथा मानवता का संदेश देते हुए कहा कि दोनों ही मुल्कों को आपसी मतभेद की दीवारों को गिराकर आम आदमी के दुख-दर्द, गरीबी, भुखमरी, बेरोज़गारी, अशिक्षा तथा बीमारियों के खिलाफ मिलकर युद्ध लड़ना होगा तभी दोनों मुल्कों में अमन-चैन तथा खुशहाली आयेगी।
मानवीय हितों के प्रति अति संवेदनशील अज़ीज़ कुरैशी ने पड़ोसी मुल्क से आये 50 से अधिक चिकित्सक, मेहमानों का राजभवन में स्वागत करते हुए कहा कि भारत पाकिस्तान के बीच 65 वर्षों से हो रही इंसानी खून की जंग के स्थान पर प्रेम-मौहब्बत, भाई-चारे तथा इंसान-इंसान के बीच सीधा संपर्क स्थापित करने में केवल चिकित्सक, कवि-लेखक तथा विभिन्न विधाओं के कलाकार ही कामयाब हो सकते हैं, क्योंकि नेता, अधिकारी तथा अन्य सूत्र इसमें नाकामयाब सिद्ध हो चुके हैं। दोनों देशों के बीच व्यापार, उद्योग तथा धार्मिक पर्यटन आदि के माध्यम से नजदीकियां बढ़ाये जाने के प्रयास होने चाहिएं, रक्षा व्यय में खर्च हो रही धनराशि को बेरोज़गारी तथा दीन-दुखियों के दर्द बांटने में लगाया जाए तो खूनी अध्याय समाप्त होकर अमन-चैन के समाज का निर्माण हो सकता है।
मसूरी में आयोजित दो दिवसीय एशियन होम्योपैथिक मेडिकल लीग (इंडियन चैप्टर) कांफ्रेंस में पाकिस्तान सहित विभिन्न देशों के होम्योपैथिक विशेषज्ञों व चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया था, जिसका उद्घाटन भी राज्यपाल ने किया था। राज्यपाल ने सेमिनार में आये सभी विदेशी चिकित्सकों को राजभवन में आमंत्रित किया था। राज्यपाल ने अतिथियों का स्वागत करने के साथ ही उन्हें स्मृति चिन्ह भी भेंट किए। पाकिस्तान से आये इन सभी चिकित्सकों ने उत्तराखंड के आतिथ्य से अभिभूत होकर राज्यपाल को आश्वस्त किया कि वे उनका पैग़ाम अपने देश के हर व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।