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हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के महानिदेशक डॉ राजेंद्र डोभाल ने युवा पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा है कि वे विज्ञान के आविष्कारों एवं नवीन शोधों को सरल भाषा में लेख एवं प्रकाशनों के माध्यम से अधिक से अधिक आम आदमी तक पहुंचाने का प्रयास करें, जिससे कि जागृत एवं सशक्त समाज का विकास हो सके। विज्ञान संवाहकों, लेखकों, पत्रकारों के सशक्तिकरण हेतु लोकहित फाउंडेशन की राष्ट्रीय विज्ञान प्रसार संचार परिषद् के सहयोग से देव संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित 4 दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर डॉ राजेंद्र डोभाल ने आशा व्यक्त की कि प्रतिभागियों ने कार्यशाला में जो भी ज्ञान अर्जित किया है, वे उस ज्ञान को बहुत ही साधारण तरीके से सरल भाषा में लोगों तक मौखिक, प्रकाशन व इलैक्ट्रोनिक मीडिया के माध्यम से प्रसारित करेंगे।
डॉ डोभाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य एक अत्यधिक प्राकृतिक आपदा ग्रसित एवं आर्थिक रुप से संवेदनशील क्षेत्र है जहां आम आदमी के लिए जीवन आसान नहीं है, विशेषतः महिलाओं के लिए। ऐसे में विज्ञान पत्रकारिता से वैज्ञानिक जानकारियों को आम जन मानस तक पहुंचाकर लोगों को जीवन उपयोगी बातों के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जा सकता है, उनके पिछड़ेपन को दूर किया जा सकता है। कार्यशाला के समापन पर 45 प्रतिभागियों में से कुछ प्रतिभागियों ने खुला मंच के माध्यम से कार्यशाला के दौरान तैयार किए गए विज्ञान पत्रकारिता आधारित लेख, कविता व कार्टून का प्रस्तुतिकरण किया।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार संदीप कुमार ने प्रतिभागियों का क्षमता वर्धन करने वाले विशेषज्ञों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की उपयोगी कार्यशालाएं राज्य के अन्य हिस्सों में भी की जानी चाहिएं, जिससे की सुदूरवर्ती क्षेत्र के लोगों को भी इसका लाभ मिल सके। उन्होंने युवा पत्रकारों का आह्वान किया कि वे विज्ञान संबंधी खबरों की ओर विशेष ध्यान दें, ताकि जनसामान्य तक विज्ञान विषय की अधिक से अधिक जानकारी पहुंच सके। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण के साथ ही कार्यशाला का समापन किया गया।