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कोई भी लगा सकता है इस्‍पात संयंत्र

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नई दिल्ली। केंद्रीय इस्‍पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने निजी कंपनियों को इस्‍पात संयंत्र स्‍थापित करने की अनुमति के बारे में पूछे गए प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में राज्‍य सभा में बताया है कि इस्‍पात एक नियंत्रण मुक्‍त क्षेत्र है। इस प्रकार, देश में किसी इस्‍पात कारखाने की स्‍थापना के लिए इस्‍पात मंत्रालय से लाइसेंस लेने की आवश्‍यकता नहीं है। प्रमुख निजी इस्‍पात उत्‍पादकों में टाटा स्‍टील, एस्‍सार स्‍टील, जिंदल स्‍टील एंड पॉवर, जेएसडब्‍ल्‍यू स्‍टील, भूषण पॉवर एंड स्‍टील, भूषण स्‍टील इत्‍यादि शामिल हैं।उन्होंने बताया कि निजी ब्‍लॉस्‍ट फर्नेस, स्‍पंज आयरन यूनिटों, इंडक्‍शन फर्नेस यूनिटों और रोलिंग मिलों समेत देश में कई मध्‍यम और छोटी इस्‍पात यूनिटें हैं। वर्ष 2009-10 में संयुक्‍त संयंत्र समिति द्वारा कराए गए विगत सर्वेक्षण के अनुसार इस प्रकार की यूनिटों की कुल संख्‍या लगभग 3647 है। वर्ष 2011-12 के दौरान निजी इस्‍पात संयंत्रों समेत सभी प्रकार के इस्‍पात संयंत्रों द्वारा क्रूड इस्‍पात का 73.79 मिलियन टन उत्‍पादन किया गया है।

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