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Sunday 16 September 2012 11:43:08 AM
अल्मोड़ा। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा सोमवार को जनपद मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत की जन्मस्थली खूंट में उनकी 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए और उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने खूंट इंटर कालेज एवं मेडिकल कालेज में स्नातकोत्तर विषय के लिये खोली जाने वाली कक्षाओं का नाम पंडित गोविंद बल्लभ पंत के नाम पर रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सांसद, विधायक अल्मोड़ा, द्वाराहाट, कपकोट, पूर्व विधायक रानीखेत एवं ब्लाक प्रमुख बागेश्वर सहित जनप्रतिनिधियों ने जो लगभग 70 मांगें रखी है, उन पर एक माह में ठोस निर्णय लिया जायेगा और जनता से जुड़ी जो मांगें हैं, उनको अमली जामा पहनाया जायेगा। इससे पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री हरीश रावत, सांसद प्रदीप टम्टा सहित अन्य जनप्रतिनिधयों ने गोविंद बल्लभ पंत की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता जनार्दन की सेवा निःस्वार्थ भाव से करने और अपने कर्तव्य के प्रति पूर्ण निष्ठा रखने के कारण ही पंत अग्रणी देशभक्तों की श्रेणी में आते हैं, एक कुशल वक्ता और संसदविद् के युगलगुणों में उनकी कोई बराबरी नहीं थी, वे किसानों के सच्चे हितैषी थे, हम केवल यही याद कर सकते हैं कि उन्होंने हमारे लिए हमारे देश के लिए क्या किया। उन्होंने ऐसे उदाहरण प्रस्तुत किये हैं, जिनका यदि हम विवेकपूर्ण अनुसरण करें, तो हम निःसन्देह अपने जीवन को समृद्धशाली बना सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की एकता अखंडता को अक्षुण्ण बनाये रखने में उनके प्रयासों से हमें प्रेरणा लेनी होगी। स्वतंत्रता संग्राम के बाद उन्होंने एक महान राजनीतिज्ञ प्रकाश स्तंभ के रूप में अपनी अलग पहचान बनायी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की मूलभूत आवश्यकता यथा स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल के प्रति हमें सजग रहकर कार्य करना होगा साथ ही संकीर्ण भावनाओं को त्याग कर समग्र विकास की सोच बनानी होगी। उन्होंने कहा कि गोविंद बल्लभ पंत का समतामूलक समाज का जो सपना था, उसे हमें साकार करना होगा, यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
केंद्रीय संसदीय कार्य एवं कृषि राज्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत जन्मदिवस तभी सार्थक होगा जब हम उनके महान आदर्शों को कार्य रुप में परिणित करें। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि ऐतिहासिक जेल अल्मोड़ा को राष्ट्रीय संग्रहालय के रुप में विकसित करने के लिये केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से ठोस पहल की जाए, ताकि यहां पर स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी जो स्मृतियां है, उनका अनुसरण आने वाली युवा पीढ़ी कर सके। उन्होंने पर्वतीय क्षेत्र से हो रहे पलायन को रोकने के लिये ठोस निर्णय लेने के साथ ही साथ शिक्षा के गिरते स्तर पर भी चिंता व्यक्त की।
सांसद प्रदीप टम्टा ने मुख्यमंत्री से कहा कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 125वीं जयंती को पूरे प्रदेश में समारोह पूर्वक मनाए जाने के साथ ही साथ विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाकर उनके उच्च आदर्शों पर परिचर्चा की जाए, ताकि उनका संदेश पूरे देश में जा सके। उन्होंने समतामूलक समाज में पंडित पंत की भूमिका की सराहना करते हुए आज के परिपेक्ष्य में उसे अंगीकृत करने की बात कही। बारामंडल क्षेत्र के विधायक मनोज तिवारी ने खूंट में स्थापित इंटर कालेज को उनके नाम पर रखने के साथ ही महारुद्रेश्वर मंदिर तक सड़क बनाने और उसे पर्यटन और तीर्थाटन से जोड़ने, खूंट-खत्याड़ी मोटर मार्ग की स्वीकृति, आईटीआई में रोज़गारपरक कार्यक्रम खोलने, खूंट क्षेत्र में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय खोलने, खूंट-काकड़ीघाट मोटर मार्ग की स्वीकृति, मटेला आधार-बसर मोटर मार्ग की स्वीकृति, खूंट में संग्रहालय खोलने, खूंट में सभास्थल की स्थापना, खूंट पंपिग योजना हेतु धनराशि स्वीकृत करने, पाखुड़ा के पास पुल की स्वीकृति, खूंट-धामस मोटर मार्ग को जोड़ने, अल्मोड़ा-बेतालेश्वर में पुलिया की स्वीकृति, पटाल बाजार अल्मोड़ा हेतु धन की स्वीकृति, बाडेछीना में पालीटेक्नीक व तहसील की स्वीकृति के साथ ही अनेक मांगें रखीं और अल्मोड़ा की पेयजल समस्या को दूर करने के लिये बैराज की स्वीकृति एवं मेडिकल कालेज हेतु धन की स्वीकृति प्रदान करने पर उनका आभार भी व्यक्त किया। द्वाराहाट क्षेत्र के विधायक मदन बिष्ट, आयोजन समिति के अध्यक्ष सनित जोशी, आनंद सिंह बिष्ट सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में स्थानीय स्कूलों के बच्चों ने अनेक सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। स्कूली बच्चों ने पंतजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर भाषण दिये। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान खूंट स्नेहलता पंत ने की। इस अवसर पर विधायक कपकोट ललित फर्सवाण, जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेंद्र बाराकोटी, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।