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लखनऊ। मुमताज पीजी कॉलेज में विज्ञान संकाय की वार्षिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे विभिन्न कॉलेजों ने भाग लिया। कॉलेज की ये प्रतियोगिता मुख्य रूप से विज्ञान के छात्र-छात्राओं को उनके जीवन में विज्ञान के महत्व और उसकी उपयोगिता के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए आयोजित की गई। मुमताज पीजी कॉलेज पहले इसे केवल अपने यहां के छात्र-छात्राओं के लिए ही आयोजित करता था लेकिन आज इस प्रतियोगिता में लखनऊ शहर के अधिक से अधिक कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया है। इसमे आईटी डिग्री कॉलेज, नवयुग पीजी कॉलेज, महिला पीजी कॉलेज, लखनऊ क्रिश्चियन पीजी कॉलेज, शिया पीजी कॉलेज, अमिरूद्दौला इस्लामिया डिग्री कॉलेज, कैरियर कॉन्वेंट डिग्री कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
कॉलेजकी विज्ञान संकाय की इंचार्ज और प्रतियोगिता की संयोजक शाहीना यासमीन ने बताया कि इसका खास मकसद है कि छात्र-छात्राएं अपने अंदर छिपी प्रतिभा को बाहर लाकर उसका उपयोग और उसकी उपयोगिता को बढ़ावा दें और आने वाली आपदाओं से निपटना सीखने के साथ-साथ इसके कार्यक्षेत्र का और मनोरंजक तरीके से विश्लेषण करें।कार्यक्रममें डॉ अफसार अली, वली उल्ला, डॉ उमा पांडेय, आराधना श्रीवास्तव, अंजली श्रीवास्तव, बीके राठौर, शादाब अहमद, मोइद सिद्दीकी, शबनम अकबर, आनंद कुमार राय आदि शिक्षकों ने अपने अनुभवों को छात्र-छात्राओं में बांटा और उनको प्रोत्साहित किया।
पीजीकॉलेज के प्रधानाचार्या डा अतीक अहमद फारूकी ने बताया कि ये प्रतियोगिता 2001 से शुरू हुई है जिसमें पहले इसी कॉलेज के बच्चे प्रतियोगिता में सम्मिलित होते थे। इसकी शुरूआत तो पहले लेक्चर प्रतियोगिता से की गई थी लेकिन आज इसमे और भी कॉलेजों के छात्र-छात्राएं शिरकत करते हैं। इसके साथ इस प्रतियोगिता में साइंस से संबंधित प्रोग्रामों को शामिल किया गया है-जैसे निबंध (कृत्रिम बुद्धि रोबोटिक प्रणाली), पोस्टर (बदसूरत सच- रोगों और विकार का), साइनटून (विज्ञान के आधार पर कार्टून) (रसायन शास्त्र रोजमर्रा की जिंदगी), नारे, आशु भाषण, बहस-'सामाजिक नेटवर्किंग साइट लोगों को एकांतप्रिय कर रही है', प्रश्नोत्तरी (सामान्य विज्ञान) आदि कार्यक्रमो का आयोजन किया गया है।