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ग्रामीण क्षेत्रों में इस्पात के 538 ग्रामीण डीलर

लखनऊ में इस्पात मंत्री देंगे डीलरशिप प्रमाण-पत्र

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बेनी प्रसाद वर्मा-beni prasad varma

लखनऊ। केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा होटल ताज में 19 नवंबर को अखिल भारतीय आरआईएनएल ग्राहक व ग्रामीण डीलर बैठक और ग्राहक पोर्टल का उद्घाटन करेंगे। वे ग्राहक चार्टर आरआईएनएल विपणन, खासकर ग्रामीण बाजार से संबंधित पुस्तिका का भी विमोचन करेंगे और उत्कृष्ट ग्राहकों को पुरस्कार तथा ग्रामीण डीलरों को डीलरशिप प्रमाणपत्र प्रदान करेंगे।
इस्पात मंत्री ने देश के संरचनात्मक विकास पर बल देते हुए ग्रामीण इस्पात विपणन की अत्यधिक सफलता हेतु ध्यान केंद्रित किया है। भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का देश के सकल घरेलू उत्पादन में 14 से 15 प्रतिशत का योगदान होता है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिव्यक्ति इस्पात खपत 10 प्रतिशत है। बहरहाल ग्रामीण भारत में इस्पात की खपत की अधिक संभावनाएं हैं। वाइजाग स्टील जो गुणवत्ता व ग्राहक सेवा के रूप में जाना जाता है, देश के लंबे उत्पाद बाजार में लगभग 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ अग्रणी है और अब भारत के ग्रामीण बाजार में अग्रसर है।
आरआईएनएल, सरकार की देश की दूसरी सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक नवरत्न कंपनी है और इसने ग्रामीण बाजार में सुधार तथा देश में इस्पात की खपत बढ़ाने के लिए कई उपाय किये हैं। ग्रामीण क्षेत्र में खपत बढ़ाने हेतु अपनी नीतियों को मूर्त रुप देने के क्रम में आरआईएनएल ने जिला व ब्लॉक स्तर पर अब तक 538 ग्रामीण डीलरों को नियुक्त किया है। आरआईएनएल ने इस वित्तीय वर्ष में 1000 डीलरों को नियुक्त करने की योजना बनाई है।
विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र के नाम से ख्याति प्राप्त राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड 15000 करोड़ रुपये का कारोबार करते हुए अभी 12500 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से अपनी क्षमता को प्रतिवर्ष 6.3 मिलियन टन तक बढ़ाने में लगा हुआ है तथा उसने पूरे देश में विपणन तंत्र स्थापित किया हुआ है और यह ग्राहकों का पसंदीदा इस्पात उत्पादक है। अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि के साथ-साथ आरआईएनएल पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा सक्षमता उत्पादकता आदि में सुधार हेतु अत्याधुनिक तकनीकके साथ वर्ष 2013 तक क्षमता को प्रतिवर्ष 7.3 मिलियन टन तक बढ़ाने हेतु मौजूदा इकाइयों के पुनरोद्धार व आधुनिकीकरण तथा एक अतिरिक्त कन्वर्टर और एक कॉस्टर स्थापित करने के लिए अतिरिक्त 7000 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है।
राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड ने प्रतिवर्ष 11.12 मिलियन टन तक क्षमता विस्तार के अगले चरण का कार्य आरंभ कर दिया है, जिसके तहत अनुमान है कि राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के उत्पादों में फ्लैट उत्पादों के साथ-साथ सीआरजीओ-सीआरएनओ इलैक्ट्रिकल इस्पात सीमलेस ट्यूब मिल तथा बड़ी संरचना शामिल होगी। राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के पास 20000 एकड़ की भू-संपदा तथा उत्कृष्ट मूलसंरचना-लॉजिस्टिक और श्रेष्ठतम कार्य-संस्कृति वाला अत्यंत कौशलपूर्ण कार्यबल है, जिसकी बदौलत 2023 तक क्षमता को प्रतिवर्ष 20 मिलियन टन तक बढ़ाया जा सकता है, तब यह विशाखपट्टणम में एक ही जगह पर स्थापित सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक बनेगा।
आरआईएनएल के सहायक जनरल मैनेजर कारपोरेट कम्युनिकेशन बीएस सत्येंद्र ने बताया कि इस ग्रामीण डीलर बैठक में सचिव इस्पात डीआरएस चौधरी बैठक के सम्मानीय अतिथि रहेंगे। आरआईएनएल विशाखापट्टणम इस्पात संयंत्र के अध्यक्ष, सह प्रबंध निदेशक एपी चौधरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे। आरआईएनएल के निदेशक वाणिज्य टीके चांद ग्रामीण विपणन पर ध्यान केंद्रित इस बैठक का संचालन करेंगे। आरआईएनएल के प्रमुख ग्राहक परेषण अभिकर्ता, सीए प्रहस्तन ठेकेदार, एचसी व देश भर के ग्रामीण डीलर उपस्थित रहेंगे।

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