स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
लखनऊ। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और समाजवादी आंदोलन के प्रखर नेता राजनारायण के जन्मदिन पर लोहिया राजनारायण स्मृति समिति ने रविवार को समाजवादी पार्टी के मुख्यालय पर देश के लगभग साठ समाजवादियों को सम्मानित किया, जिनमें कुछ राजनारायण के घनिष्ठ संपर्क में थे। मुख्य अतिथि और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने इन्हें सम्मानित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का कुछ शक्तियां विरोध करने में लगी हैं, मीडिया का भी एक वर्ग विरोध में दुष्प्रचार कर रहा है, इन पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए। राज्य सरकार के सामने भी समस्याएं खड़ी की जाएगीं। उत्तर प्रदेश की सरकार को देश के हर सूबे के लिए आदर्श बनना है। हमारा लक्ष्य प्रदेश की 20 करोड़ जनता को सुविधा देना है। उन्होंने कहा कि समाजवाद के रथ को आगे बढ़ाना है, इसे उत्तर प्रदेश में ही नहीं रूक जाना है।
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश में बहुमत की सरकार बनी है। अखिलेश यादव की सरकार ने कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। किसानों का 50 हजार रूपए तक का कर्ज माफ कर दिया गया है। किसी सूबे ने ऐसा कदम नहीं उठाया है। लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन 3 हजार रूपए मासिक कर दी गई है। उन्होंने कहा कि बिना किसान की खुशहाली के देश सम्पन्न नहीं हो सकता है। किसान का बेटा ही सीमा की रक्षा करता है। गरीब का बेटा ही सेना में जाता है और शहीद होता है। मुलायम सिंह यादव ने राजनारायण के साथ बिताए दिनों को याद करते हुए कहा कि राजनारायण ने जहां अन्याय देखा, वे उसके खिलाफ खड़े हो जाते थे। इमरजेंसी उनकी ही वजह से लगी। वे डॉ लोहिया के कर्मपक्ष के प्रतिनिधि थे। वे जब अकेले रह गए थे तब भी उन्होंने किसी की परवाह नहीं की। जब कांग्रेस की तूती बोलती थी, उन्होंने दृढ़ता से लोहा लिया था।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी आंदोलन की लौ को बुजुर्ग संघर्ष करके आगे ले आए हैं, उसे आगे बढ़ाने का काम नौजवानों को ही करना है। यह एक बड़ी चुनौती है, समाजवादी नीति और कार्यक्रम को सरकार के कार्यों में परिलक्षित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में जो होता है, वह पूरे देश में दिखाई देता है। समाजवादी विचारधारा का सरकारी काम काज में प्रभाव दिखे इसका प्रयास हो रहा है। उन्होंने लोकतंत्र सेनानियों की सुविधाएं बढ़ाने और समाजवादियों का बड़े पैमाने पर सम्मान किए जाने का भी विश्वास दिलाया।
कार्यक्रम संयोजक गिरीश पांडेय ने राजनारायण के नाम पर जीपीओ पार्क का नाम सत्याग्रही पार्क और उनके पूर्वनिवास 98-बी दारूलशफा लखनऊ को संग्रहालय बनाए जाने की मांग की। उन्होंने मुलायम सिंह यादव को सम्मानित करते हुए समाजवादियों का आह्वान किया कि वे एकजुट होकर उनके हाथ मजबूत करें और उन्हें प्रधानमंत्री बनाएं, क्योंकि वही समाजवाद के परचम को देश में लहरा रहे हैं। मुलायम सिंह यादव ने शाल और प्रतीक चिन्ह देकर दर्शन सिंह यादव, रामनरेश कुशवाहा, सहदेव सिंह गौतम, जय सिंह मसीह, राजनाथ शर्मा, धर्मराज सिंह, मोहम्मद जुमई (प्रतापगढ़), दाऊजी गुप्ता, विजयनारायण, महबूब लारी, आदि को सम्मानित किया। पूर्व मंत्री धीरेंद्र सहाय व्हील चेयर पर आये थे, यादव ने स्वयं उनके पास जाकर उन्हें सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शारदा प्रताप शुक्ला, गुलशन भसीन, प्रताप सिंह जंगलिया, इमरान सिद्दीकी, अजय शेखर (राबर्टगंज) उमाशंकर मिश्र, राजमणि पांडेय, राधेलाल राम अवतार पाल, सत्येंद्र राय, सतीश अग्रवाल, डॉ सीपी गोयल, विक्रमा राय, राम सिंह(गोरखपुर) डॉ गणेश मिश्र, बृजेश राय (वाराणसी) उदयभान त्रिपाठी, शकुंतला सिंह, विद्या प्रकाश पांडेय, (कुशीनगर), रामायण शुक्ला, जितेंद्र सैलानी, अरविंद वर्मा (बाराबंकी), शत्रुघन यादव, रामनिवास शर्मा, अनीस मंसूरी, कर्ण सिंह यादव, रामशंकर यादव, कृष्णमोहन शर्मा, बजरंग बली यादव, अनीता यादव, फूलकुमारी, भगवान देवी, रामायण यादव (खलीलाबाद), प्रहलाद तिवारी (वाराणसी), ललित मोहन जोशी (उत्तराखंड), सुभाष उपाध्याय आदि को सम्मानित किया।