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Monday 24 December 2012 05:53:53 AM
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि वालमार्ट कंपनी से जुड़ी ताजा जानकारियां मुलायम सिंह यादव की इस चिंता को पुष्ट करती हैं कि अमेरिका की यह कंपनी भारत में किसानों और कर्मचारियों के शोषण के साथ ही एफडीआई की आड़ में भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था को चौपट करने का काम करेगी। इस कंपनी का मुख्य ध्येय ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाना है। किसानों को लाभकारी मूल्य देने का झांसा देकर बाजार में वर्चस्व स्थापित होते ही, यह अपनी मनमानी करने से नहीं चूकेगी।
वालमार्ट कंपनी ने अपने स्टोर खोलने के लिए भारत में स्थानीय अफसरों को घूस दी, यह बात तो कंपनी सूत्रों ने ही सार्वजनिक की है। इस मामले में उसके कुछ बड़े अधिकारी निलंबित भी हुए हैं, लेकिन भारत ही नहीं इस कंपनी का यह खेल ब्राजील, मेक्सिको और चीन तक हुआ है, जिसकी जांच हो रही है। इसी तरह एफडीआई की मंजूरी से पहले वालमार्ट की सहयोगी भारती रिटेल में 10 करोड़ डालर के निवेश पर भी सवाल उठ रहे हैं। रिटेल में एफडीआई के पक्ष में कांग्रेस नेताओं का यह तर्क भी निराधार साबित हो रहा है कि वालमार्ट जैसी कंपनियों के आने से रोज़गार बढ़ेगा और उपभोक्ताओं को सुविधाएं मिलेंगी। इन दिनों खुद अमेरिका में 100 से ज्यादा स्टोरों के बाहर वालमार्ट के कर्मचारी सामान्य सुविधाओं को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत में आकर तो यह कंपनियां कर्मचारियों का शोषण ही करेगी, जबकि अमेरिका में कानून की कड़ाई ज्यादा है।
मार्गन स्टैनली जैसे प्रतिष्ठित वाणिज्यिक विश्लेषकों ने यह दृष्टिकोण पेश किया है कि यह साल उभरते बाजारों की परिसंपत्ति के लिए अच्छा साबित होगा। विकास के लिए संघर्ष कर रहे देशों में जहां विकसित बाजारों की विकास दर में गिरावट आ रही है, वहीं उभरते बाजारों का विकास गति पकड़ रहा है, इसलिए भारत में अभी भी आकर्षण है और निवेशक यहां निवेश करना चाहते हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी का निश्चित मत है कि बाजारी पूंजी के लोभ में हमें ईस्ट इंडिया कंपनी का इतिहास दुहराने की गलती नहीं करनी चाहिए।
समाजवादी पार्टी ने एफडीआई का इसलिए विरोध किया है, क्योंकि इससे किसानों का और आम उपभोक्ताओं का कोई भला होने वाला नहीं हैं। वालमार्ट कंपनी में रोज़गार बढ़ाने की जगह छंटनी की प्रक्रिया चल रही है। इन कंपनियों का विरोध उन जगहों पर भी हो रहा है, जहां वे कथित भलाई, करने के लिए गई थी, जिनका ध्येय सिर्फ और सिर्फ ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाना है, उनसे यह उम्मीद कैसे की जा सकती है कि वे हमें फायदा पहुंचाने के लिए ही बहुत दूर से चलकर आना चाहते हैं?