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Friday 21 December 2012 07:56:24 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2008-09 के लिए पारंपरिक तमिल में हितकारक योगदान के लिए छह विद्वानों को आज राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने संस्थापित किया है।
तमिलनाडु के प्रोफेसर सी गोविंदराजनार को तोलकप्पियार पुरस्कार प्रदान किया गया और फ्रांस के प्रोफेसर फ्रांकुआ ग्रोस को कुरल पितम पुरस्कार (विदेशी) से सम्मानित किया गया। चार व्यक्तियों-पुद्दुचेरी की डॉ ए लक्ष्मी दत्ताई और तमिलनाडु से डॉ एस माधवन, डॉ एम रामाकृष्णन तथा डॉ एस सेंतामिझपवई को युवा विद्वान के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एमएम पल्लम राजू और मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री जितिन प्रसाद भी इस अवसर पर मौजूद थे।