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Sunday 23 December 2012 02:57:05 AM
लखनऊ। ऑल इंडिया जमीअत उल मंसूर के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक हाफिज इरशाद मंसूरी ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर मुसलमानों से वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा हैं कि वह संसद में मुसलमानों को आरक्षण दिये जाने को लेकर तो खूब शोर मचाते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले मुसलमानों को 18 प्रतिशत आरक्षण देने के वायदे पर चुप्पी साध हुए हैं। हाफिज इरशाद मंसूरी ने एक बयान में कहा कि सपा ने सत्ता में आने से पहले मुसलमानों से वायदा किया था कि उन्हें प्रदेश स्तर पर 18 प्रतिशत आरक्षण तत्काल दिया जायेगा, लेकिन सरकार बनने के बाद सपा सरकार अपना वायदा पूरी तरह भूल गयी है। हाफिज इरशाद मंसूरी ने चेतावनी दी कि आने वाले लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव को मुसलमानों व पसमांदा मुस्लिम मंसूरी समाज की उपेक्षा का खमियाजा भुगतना पड़ेगा।
मंसूरी ने आरोप लगाया कि सपा सरकार मुस्लिम पसमांदा मंसूरी समाज के साथ भी कोई इंसाफ नही कर रही है, जबकि कांग्रेस की यूपीए सरकार मंसूरी समाज के सीनियर लीडर अब्दुल अली अजीजी मंसूरी को केंद्र में पिछड़ा वर्ग आयोग का सदस्य बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दे चुकी है। बसपा ने भी मंसूरी नेता जावेद इकबाल मंसूरी को यूपी एग्रो का चेयरमैन बनाकर राज्यमंत्री बनाया था, लेकिन मुसलमानों की हितैषी बनने का नाटक करने वाली सपा सरकार ने मंसूरी समाज के किसी भी नेता को सत्ता में कोई पद न देकर यह दर्शा दिया है कि इस सरकार में मंसूरी समाज के लोगों को कभी भागीदारी नही मिलेगी।