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Friday 04 January 2013 06:10:39 AM
नई दिल्ली। आज यहां विज्ञान भवन में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान के छठवें साझा समीक्षा अभियान की प्रचार कार्यशाला का आयोजन हुआ। यह बैठक आज दिन भर चली। कार्यशाला को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सात वर्ष से अधिक समय पहले जो राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान शुरू किया गया था, उसने देश के स्वास्थ्य परिदृश्य में भारी परिवर्तन किया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस दौरान कई पहले की हैं। इस संबंध में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य संरचना तथा मानव संसाधनों के विकास के लिए 90 हजार करोड़ रूपये प्रदान किये गये।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बच्चों के जीवन के शुरुआती दो वर्ष उनके आमूल विकास और वृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य समस्याओं की जल्द पड़ताल और रोकथाम से बच्चों को अनेक प्रकार की बीमारियों से बचाया जा सकता है और उनके जीवन में सुधार लाया जा सकता है। इस योजना के दायरे में देश भर के लगभग 14 करोड़ बच्चों को रखा गया है। आजाद ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाओं के कार्यान्वयन का दायित्व राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का है, इसलिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए यह जरूरी है कि वे अपनी क्षमता बढ़ाएं, ताकि उपलब्ध धनराशि का समय पर पूरा उपयोग हो सके। उन्होंने राज्य स्वास्थ्य सचिवों और आला अफसरों का आह्वान किया की वे वित्तीय प्रगति और धनराशि के उपयोग की कड़ी निगरानी करें।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री एएच खान चौधरी ने भी कार्यशाला को संबोधित किया। प्रचार कार्यशाला में बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम, मणिपुर, त्रिपुरा, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और दिल्ली जैसे 15 राज्यों के प्रतिनिधियों सहित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।