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Tuesday 08 January 2013 09:23:08 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक व हिन्दुस्थान समाचार के संरक्षक श्रीकांत जोशी का मंगलवार को मुंबई में आकस्मिक निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार सायंकाल मुंबई में कर दिया गया। जोशी के निधन पर मीडिया, राजनीतिक, सामाजिक क्षेत्र के लोगों ने शोक व्यक्त किया है। श्रीकांत जोशी का निधन भोर में लगभग पांच बजे मुंबई में संघ कार्यालय में हुआ। उन्हें खांसी व सांस की तकलीफ थी। दो दिन पहले ही वह हिन्दुस्थान समाचार मुख्यालय दिल्ली से मुंबई पहुंचे थे।
श्रीकांत जोशी को खांसी की बीमारी पिछले लगभग एक महीने से थी। बाईस दिसंबर को इलाहाबाद में हुए केंद्रीय निदेशक मंडल की बैठक की अध्यक्षता करते वक्त भी उनकी तबीयत खराब थी, बाद में नागपुर उनका इलाज किया गया, लेकिन हालत में कोई विशेष सुधार नहीं आया। उनके निधन से संघ परिवार एवं हिन्दुस्थान समाचार परिवार मर्माहत है। उनके निधन की खबर मिलते ही जगह-जगह उन्हें श्रद्धांजलियां दी जा रही हैं।
श्रीकांत जोशी के 1997 से 2004 तक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख का दायित्व संभालने के बाद उन्हें 2004 में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य बनाया गया। मूर्छित हो चुकी भारतीय भाषाओं की एक मात्र संवाद समिति हिन्दुस्थान समाचार को उनके प्रयासों से 2002 में पुन: सक्रिय करने का उपक्रम प्रारंभ हुआ। यह संवाद समिति 1975 के आस-पास सरकारी हस्तक्षेप के कारण बंद हो गई थी। श्रीकांत जोशी ने जब इस समिति को पुनर्जीवित करने के प्रयास प्रारंभ किये तो पत्रकारिता जगत में बहुत लोग कहते सुने गए कि यह कार्य असंभव है, लेकिन श्रीकांत जोशी ने अपने संगठन कौशल और कार्य कुशलता से कुछ ही वर्षों में इस असंभव कार्य को ही संभव कर दिखाया। उनके अथक परिश्रम से गत् एक दशक में इस संवाद समिति ने न केवल अपना विस्तार किया, अपितु वह विदेशों में भी अपनी धाक जमाने में सफल रही। उनकी प्रेरणा से आज मारिशस, नेपाल, त्रिनिनाड, थाईलैंड सहित कई देशों में इस संवाद समिति के ब्यूरो कार्यालय पूर्वक चल रहे हैं। आज देश के तीन सौ से अधिक समाचार पत्र इस संवाद समिति की सेवा से लाभान्वित हैं।