स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 10 January 2013 08:00:07 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्रीय तिब्बती स्कूल प्रशासन (सीटीएसए) के स्कूलों को तीन वर्ष की अवधि में शिक्षा विभाग, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) या शिक्षा विभाग, सीटीए द्वारा चलाई जा रही किसी पंजीकृत इकाई को हस्तांतरित करने की आज मंजूरी दे दी। सीटीएसए के अध्यापन और गैर अध्यापन कर्मचारियों को उस वक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के स्कूलों में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा जब सीटीएसए स्कूल शिक्षा विभाग, सीटीए को हस्तांतरित कर दिये जाएंगे।
सीटीए को हर वर्ष 43 करोड़ रुपये के साथ 5 प्रतिशत की वार्षिक वेतनवृद्धि दी जाएगी। हस्तांतरण से छात्रावासों में रहने वाले 2220 और 6455 अन्य छात्रों को फायदा होगा। उनकी शिक्षा की जरुरतें बेहतर तरीके से पूरी हो सकेंगी। इससे 5 वर्ष की अवधि में सरकार को 69.29 करोड़ रुपये की बचत होगी। सीटीएसए की स्थापना उन तिब्बती शरणार्थियों के बच्चों को शिक्षित करने, स्कूल स्थापित करने, उनके प्रबंधन और उन्हें चलाने के लिए 1961 में एक सोसाइटी के तौर पर की गई थी, जो तिब्बती संस्कृति और विरासत के संरक्षण तथा तिबबती भाषा को बढ़ावा देने का कार्य करते हुए भारत चले गए थे।