स्वतंत्र आवाज़
word map

विज्ञान नगरी में पदार्थों के अद्भुत संसार की दीर्घा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

उद्घाटन-opening

लखनऊ। आंचलिक विज्ञान नगरी ने लखनऊ वासियों के लिए पदार्थों का अद्भुत संसार नामक नई दीर्घा खोली है, जिससे पदार्थों के बारे में जिज्ञासा को बढ़ावा मिल सकेगा। केन्द्रीय कोयला राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने दीर्घा का उद्घाटन करते हुए कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में गहराई से चिंतन करने की आवश्यकता है। आंचलिक विज्ञान नगरी में दीर्घा भ्रमण के पश्चात जायसवाल ने कहा कि वैज्ञानिक सोच को बढ़ाकर ही विकास का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विज्ञान की जितनी गहराई में जाएंगे उतनी ही नई जानकारी प्राप्त होंगी। उन्होंने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पं जवाहर लाल नेहरू ने और उनके बाद इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी ने विज्ञान के लिए जो कार्य किए उससे देश में वैज्ञानिक प्रगति हो सकी। जायसवाल ने कहा कि राजीव गांधी जब देश में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्य करने के लिए आगे बढ़े तो उनकी आलोचना की गई, लेकिन उसी के बल पर आज देश में सूचना क्रांति हो सकी और बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिला। उन्होंने लोगों से जड़ता से लड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसे आंचलिक विज्ञान केन्द्र हर जिले में खुलने चाहिएं, जिससे देश में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा मिले। कोयला राज्य मंत्री ने प्रदेश में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए आधारभूत ढांचा विकसित करने पर जोर दिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ के निदेशक राकेश तुली ने कहा कि पदार्थों में अनंत संभावनाएं छिपी हुई हैं, और भावी पीढ़ी को उसका फायदा पहुंचाने के लिए विद्यार्थियों को विज्ञान में रूचि लेनी चाहिए और विज्ञान नगरी में आकर इसका फायदा उठाना चाहिए।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]