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लखनऊ।यूपी जमीअत-उल-मंसूर सामाजिक संस्था 27 जनवरी 2010 को 81 गरीब लड़के-लड़कियों का सामूहिक विवाह करा रही है। लखनऊ जिला प्रशासन ने भी इसमें प्रत्येक नवविवाहित जोड़ों को 10-10 हजार रूपये का आर्थिक अनुदान देने की घोषणा की है। मंसूरी समाज ने जिला प्रशासन के सहयोग का स्वागत किया है।
जमीअत-उल-मंसूर के वरिष्ठ नेता और इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजक हाजी सेठ नसरूल्लाह मंसूरी और संस्था के महामंत्री सलीम अहमद मंसूरी ने बताया कि 27 जनवरी को गल्ला मंडी, कोंच जालौन में आयोजित 81 जोड़ों के सामूहिक विवाह की तैयारी जोरों से चल रही है और लगभग एक लाख लोगों के ठहरने और खाने की व्यवस्था की जा रही है। मंसूरी ने बताया कि विवाहित जोड़ों को 10 हजार रूपये दिये जाने की घोषणा के लिए मंसूरी बिरादरी के लोगों ने जिला प्रशासन का स्वागत किया है।
समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य अब्दुल अली अजीजी मंसूरी, यूपी स्टेट एग्रो के चेयरमैन और राज्यमंत्री जावेद इकबाल मंसूरी, सपा विधायक डा आरए उस्मानी मंसूरी, बसपा विधायक वारिस अली मंसूरी, पूर्व विधायक हाफिज इरशाद मंसूरी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग शामिल हो रहे है।
सेठ नसरूल्लाह मंसूरी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष इस प्रकार के सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस सामूहिक शादी में संस्था की ओर से प्रत्येक जोड़े को सोने का मंगल-सूत्र, सोने की लौंग, एक जोड़ी चांदी की पायल (सोने का पानी चढ़ा), लड़की के लिए एक कलाई घड़ी, दुल्हन के 5 जोड़े कपड़े एक अलमारी, पलंग, सिंगारदान, दो बक्शे छोटे-बड़े, चार कुर्सी फाइबर मय टेबिल, 50 बर्तन (45 स्टील, 5 पीतल), कूलर, सूटकेस, वाटर कूलर, जानमाज़, दीवार घड़ी, 36 बर्तन फाइबर (डिनर सेट), एक चौकी नमाज के लिए और घर गृहस्थी का बाकी जरूरी सामान दिया जा रहा है।