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इलाहाबाद। छोटे लोहिया के नाम से विख्यात और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जनेश्वर मिश्र का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। भारत में प्रख्यात समाजवादियों में एक जनेश्वर मिश्र एक ऐसे नेता थे जो बीमार रहते हुए भी समाजवादी आंदोलन में सक्रिय रहे। समाजवादी पार्टी में उनका भारी मान था जिसका एहसास सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने उनके अंतिम संस्कार में भाग लेकर कराया। जनेश्वर मिश्र जैसा व्यक्तित्व खोकर समाजवादी पार्टी घोर शोक में डूबी है। उनके जाने से मुलायम सिंह यादव की दशा बहुत ही संतापयुक्त है जोकि जनेश्वर मिश्र को हमेशा और हर जगह शीर्ष महत्व देते रहे हैं। मुलायम सिंह यादव ने इलाहाबाद जनेश्वर मिश्र के निवास पर आकर उन पर पुष्पांजलि के साथ सपा का झंडा अर्पित किया। मुलायम इस मौके पर अत्यंत भावुक हो गए। वे और सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं नेता विरोधी दल शिवपाल यादव, अशोक वाजपेई, बलराम यादव और भारी संख्या में वहां पहुंचे समाजवादियों ने अपने नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुलायम सिंह यादव अंतिम संस्कार तक उनके साथ ही रहे। जनेश्वर मिश्र के निवास पर उनके अंतिम दर्शनों के लिए आने वालों का तांता लगा रहा। मुलायम सिंह यादव ने उन्हें काफी दूर तक कंधा दिया और बाद में एक गाड़ी पर उनके शव के साथ मुखाग्नि स्थल तक पहुंचे। लगभग सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता वहां मौजूद थे। मुखाग्नि के समय संगम तट पर जन सैलाब पहुंचा था। वहां उपस्थित जन समुदाय में हर कोई जनेश्वर मिश्र के स्वभाव और उनके राजनीतिक एवं सपा में योगदान की चर्चा कर रहा था। मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी से ही लग रहा था कि उनका समाजवादी पार्टी में कितना महत्व था। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि जनेश्वर मिश्र के समाजवादी आंदोलन में योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।