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लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद सदस्य जयप्रकाश चतुर्वेदी ने वित्तविहीन माध्यमिक शिक्षकों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की है। चतुर्वेदी ने कहा है कि शिक्षक शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, फिर भी पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार लोकतांत्रिक आंदोलनों में विश्वास नहीं करती। यह जनविरोधी सरकार है और प्रत्येक आंदोलन का जवाब लाठी-डंडो से ही देती है। शिक्षक इसके पहले भी कई बार सरकारी लाठी का शिकार हो चुके हैं।
चतुर्वेदी ने वित्तविहीन शिक्षकों की समस्याओं को विधान परिषद में उठाये जाने की बात कहते हुए कहा कि राज्य की बसपा सरकार वित्तविहीन माध्यमिक शिक्षकों की अनदेखी कर रही है। वित्तविहीन शिक्षक जहां मूलभूत सुविधाओं की मांग कर रहे हैं, वहीं उनकी अनदेखी कर राज्य सरकार नये माध्यमिक स्कूल खोलने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज रही है, वित्तविहीन शिक्षकों की समस्याओं का समाधान किये बिना नये स्कूलों का प्रस्वाव भेजना सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करता है।
इस दमनकारी नीति की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए चतुर्वेदी ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक जनआंदोलन को कुचल रही है। सरकारी कर्मचारी अधिवक्ता, शिक्षक, छात्र, किसान, मजदूर, बेरोजगार नवयुवक सभी इस सरकार के दमन चक्र के शिकार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के किसी प्रतिनिधि को आंदोलनकारी शिक्षकों से मिलकर उनकी समस्याओं के प्रति आश्वासन देना चाहिए था, परन्तु इस सरकार के प्रतिनिधि किसी से मिलते ही नहीं हैं इसलिए कोई आश्वासन बजाय यह सरकार प्रत्येक आंदोलन का जवाब सिर्फ लाठी डंडो से देना जानती है। भाजपा शिक्षकों के साथ खड़ी है और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा के लिये सड़क से सदन तक संघर्ष कर रही है और करती रहेगी।