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लखनऊ समाजवादी पार्टी ने अमर सिंह और जयाप्रदा को सपा से निकाले जाने के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के निर्णय का स्वागत किया है। पार्टी ने मुलायम सिंह यादव को इस बात के लिए धन्यवाद दिया है कि उन्होंने समय रहते समाजवादी पार्टी की विचारधारा को भ्रमित करने की साजिशों को नाकाम किया है। इस निर्णय से अनुशासन न मानने वाले दूसरे नेताओं को भी सबक मिलेगा।
पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि अमर सिंह एण्ड कम्पनी की गतिविधियां पिछले कुछ दिनों से पार्टी के हित में नहीं थीं। समाजवादी पार्टी की प्रतिबद्धता हमेशा लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के प्रति रही है और उसकी लड़ाई पूंजीवाद, साम्प्रदायिकता और जातिवाद के खिलाफ रही है। इस विचारधारा को कमजोर करने की कोशिश परवान चढ़ती, इसके पहले ही उन तत्वों को मुलायम सिंह यादव ने किनारे कर सूझबूझ का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को इस बात का गर्व है कि मुलायम सिंह यादव सहित उनका पूरा परिवार अन्याय, भ्रष्टाचार के खिलाफ और व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई लड़ रहा है, यह परिवार सत्ता सुख के लिए नहीं जन संघर्ष के लिए समर्पित है, परिवारवाद का अनर्गल आरोप निराधार है, यह घटिया एवं कुंठित मानसिकता का घोतक है। समाजवादी पार्टी संघर्ष के रास्ते गतिशील रही है और वह समय-समय पर नौजवानों, महिलाओं, किसानों, गरीबों और अल्पसंख्यकों के हितों की लड़ाई जोश-खरोश के साथ लड़ती रही है। साम्प्रदायिकता के खिलाफ उसकी मुहिम के चलते ही केंद्र सरकार में ऐसी ताकतें पुनः सत्ता में आने से वंचित रहीं और उन्हें प्रदेश में बुरी तरह पराजय झेलनी पड़ी। समाजवादी पार्टी जातिवादी ताकतों से भी लोहा ले रही है।
पार्टी प्रवक्ता का दावा है कि अल्पसंख्यकों और नौजवानों के उत्पीड़न के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने ही आवाजें उठाई हैं। संसद, विधान मण्डल से लेकर सड़क तक पर उसने गरीबों और किसानों के लिए संघर्ष किया है। कुछ समय से उसकी इस प्रकृति पर साजिशन धुंध फैलाने की कोशिश की जा रही थी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने समाजवादी विचारधारा के मूल चरित्र पर कायम रहकर जनसामान्य की आकांक्षाओं के साथ जोड़ने का काम किया है, इसके लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ता मुलायम सिंह यादव का अभिनंदन करते हैं।