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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुख्यालय पर भारत में समाजवादी आंदोलन के शीर्ष संस्थापकों में एक आचार्य नरेंद्र देव की पुण्य तिथि मनाई गई। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने इस मौके पर उनके चित्र पर पुष्पमाला अर्पित किए और उनके बारे में अपने उद्गारों की झड़ी लगा दी। उन्होंने आचार्य के जीवन दर्शन पर कहा कि मार्क्स से प्रभावित होते हुये भी आचार्य नरेंद्र देव ने गांधीजी के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़ कर भाग लिया था, उनकी बौद्धिक प्रखरता के सभी कायल थे, बौद्ध दर्शन के वे अधिकारी विद्धान थे, उन्हें 14 भाषाओं का ज्ञान था, भारत में समाजवादी आंदोलन के संस्थापकों में उनका नाम शीर्ष पर है, वे अजातशत्रु थे और उनका व्यक्तित्व परमश्रद्धेय है।
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आचार्यजी ने कभी सिद्धान्तों से समझौता नहीं किया। कांग्रेस से जब समाजवादियों ने अलग होकर सोशलिष्ट पार्टी बनाई तो आचार्यजी ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि वे कांग्रेस से चुने गए थे। उन्हें ब्रिटिश राज में उत्तर प्रदेश का प्रथम प्रधानमंत्री बनाने का भी प्रस्ताव आया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। समाजवादी आंदोलन उनके दिशा निर्देशन में ही आगे बढ़ा। उपकुलपति के रूप में उन्होंने छात्रों, शिक्षकों का समानभाव से सम्मान प्राप्त किया था। समाजवादी पार्टी उनसे प्रेरणा लेकर ही सामाजिक परिवर्तन और व्यवस्था परिवर्तन के काम में लगी है। समाजवादी आंदोलन को सशक्त बनाना ही आचार्य को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
समाजवादी आंदोलन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए मुलायम सिंह यादव ने बताया कि 21-22 अक्टूबर, 1934 को मुंबई में आयोजित सम्मेलन में कांग्रेस सोशलिष्ट पार्टी की स्थापना की गई थी। इससे पूर्व 17 मई, 1934 को पटना में हुई बैठक में कांग्रेस के अन्दर ही सोशलिष्ट पार्टी की स्थापना का निर्णय लिया गया था। बैठक में आचार्य नरेंद्र देव के अलावा जयप्रकाश नारायण, यूसुफ मेहर अली, मीनू मसानी, कमला देवी चट्टोपाध्याय, डा राम मनोहर लोहिया, संपूर्णानन्द, अच्युत पटवर्धन, अशोक मेहता, रामनन्दन मिश्र, शिवनाथ बैनर्जी, फरीदुल हक अंसारी, आदि उपस्थित थे।
आचार्य को इस अवसर पर भगवती सिंह सांसद, रामनरायण साहू सांसद, ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम का संचालन सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने किया। राजकिशोर मिश्रा, (प्रदेश कोषाध्यक्ष), एसआरएस यादव (सचिव), अशोक यादव जिलाध्यक्ष, सुशील दीक्षित नगर अध्यक्ष, शारदा प्रताप शुक्ला, पूर्व विधायक, सुनील यादव, प्रदेश अध्यक्ष छात्रसभा, विजय सिंह, डा मधु गुप्ता, अशोक देव, परमानन्द यादव, मो हनीफ, मो शाहिद, हाफिज उस्मान, अनिल यादव, प्रेमप्रकाश वर्मा, नानकदीन भुर्जी, राजकुमार राजा, ताराचन्द्र यादव, डा अखिलेश पटेल के अतिरिक्त लता बंसल, विद्या यादव, चन्द्रा रावत, मुन्नी पाल, आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय है।