स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
पोर्ट ब्लेयर। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के डाक मेले में हुआ करोड़ों का व्यवसाय हुआ है। पोर्ट ब्लेयर के प्रधान डाकघर में डाक मेले का आयोजन किया गया। डाक मेले का उद्घाटन करते हुए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि व्यवसायिकता के इस दौर में बिना स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के कोई भी संगठन उन्नति नहीं कर सकता और डाक विभाग भी इस क्षेत्र में तमाम नये कदम उठा रहा है। घर-घर जाकर डाकियों द्वारा डाक का एकत्रीकरण, वन इण्डिया-वन रेट के तहत स्पीड पोस्ट सेवा दरों में कमीं, इन्स्टेन्ट मनी आर्डर, सभी बचत और बीमा सेवाओं हेतु फाइनेन्स मार्ट, विभिन्न कम्पनियों के म्युचुअल फण्ड और बीमा उत्पादों की बिक्री, कम्प्यूटराइजेशन और प्रोजेक्ट एरो के तहत डाकघरों का आधुनिकीकरण और नवीनतम टेक्नोलाजी का प्रयोग जैसे तमाम कदमों ने डाकघरों का चेहरा बदल डाला है। इस मेले में विभिन्न सेवाओं के स्टाल लगाए गए, जहां लोगों को व्यवसाय के साथ जानकारी भी दी गई।
डाक निदेशक ने बताया कि स्पीड पोस्ट के अलावा विभिन्न कारपोरेट ग्राहकों की सुविधा के आधार पर तमाम प्रीमियम सेवाएं हैं, जिसमें 35 किलोग्राम भेजने तक एक्सप्रेस पार्सल पोस्ट तो उत्पादों के डाक स्टेशनरी, पत्र पेटिका आदि पर विज्ञापन हेतु मीडिया पोस्ट है। वित्तीय विवरण, बिल इत्यादि के लिए बिल मेल सेवा के तहत मात्र 3 रूपये चार्ज किये जाते हैं तो बिजनेस पोस्ट के तहत बल्क मेलर्स की सभी प्री-मेलिंग गतिविधियां डाक विभाग कुछ अतिरिक्त चार्ज लेकर स्वयं ही करता है। स्पीड पोस्ट पासपोर्ट सेवा के तहत पोर्ट ब्लेयर डाकघर में पासपोर्ट फार्मों की बिक्री व जमा करने की सुविधा है। इसी प्रकार डायरेक्ट पोस्ट के तहत बिना पता लिखी डाक को लक्षित जनता के दरबाजे पहुँचाया जाता है तो रिटेल पोस्ट के तहत डाकघर काउण्टरों से टेलीफोन बिलों का एकत्रीकरण, विभिन्न फार्मों की बिक्री इत्यादि कार्य होते हैं। डाक विभाग नई टेक्नालोजी का भी उपयोग कर रहा है, जिसमें ग्रामीण और शहरी इलाको में डिजिटल डिवाइड को खत्म करने के लिए आरम्भ ई-पोस्ट सेवा में ई-मेल से संदेश भेजे जाते हैं जिन्हें डाकघरों में प्रिन्टआउट निकालकर सम्बन्धित व्यक्ति के घर पर डाकिया वितरित करने जाता है।
इस अवसर पर बचत बैंक सेवाओं के बारे में जानकारी देते हुए लोगों को बचत खाते खोलने की तरफ भी प्रवृत्त किया गया। निदेशक डाक सेवा ने कहा कि नेटवर्क की दृष्टि से डाकघर बचत बैंक देश का सबसे बड़ा रीटेल बैंक है और वर्ष 2001 में डाकघर में बचत की कुल राशि भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 7 प्रतिशत बनती है। डाकघर से बचत खाता, आवर्ती जमा, सावधि जमा, मासिक आय स्कीम, लोक भविष्य निधि, किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत पत्र और वरिष्ठ नागरिक बचत स्कीम की खुदरा बिक्री की जाती है। द्वीपों के सभी के परिवारों में नयूनतम एक बचत खाता खेलने का भी उन्होने आहवान किया। उन्होने डाक जीवन बीमा उत्पादों के तहत भी लोगों को कवर करने की बात कही।
फिलेटली से युवाओं को जोड़ने के अभियान आरम्भ करने पर जोर देते हुए कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि सामान्यतः डाक टिकट एक छोटा सा कागज का टुकड़ा दिखता है, पर इसका महत्व और कीमत दोनो ही इससे काफी ज्यादा है। डाक टिकट वास्तव में एक नन्हा राजदूत है, जो विभिन्न देशों का भ्रमण करता है एवम् उन्हें अपनी सभ्यता, संस्कृति और विरासत से अवगत कराता है। उन्होने इस अवसर पर हाल ही में जारी सोने के डाक टिकटों के बारे में जानकारी दी। फिलेटलिक डिपाजिट एकाउण्ट पर जोर देकर कहा कि इसके तहत न्यूनतम 200 रूपये से एकाउण्ट खोला जा सकता है और हर माह घर बैठे डाक टिकटें प्राप्त होती रहेंगी।
लोगों ने मेले में काफी रूचि दिखाई। मेले में 750 से ज्यादा बचत खाते खोले गये। विद्यार्थियों ने डाक टिकटों मे ज्यादा रूचि दिखाई। फिलेटलिक डिपाजिट एकाउण्ट के 50 खाते खोले गये। डाक जीवन बीमा के अतर्गत 1 करोड़ रूपए से ज्यादा का व्यवसाय हुआ। उत्कृष्ट कार्य करने वालों को डाक निदेशक ने सम्मानित भी किया। इनमें पी नीलाचलम डिप्टी पोस्टमास्टर, सत्यनारायण सिस्टम आस्सिटेंट मिहिर पाल, किशोर वर्मा सिस्टम आस्सिटेंट, विजयन पोस्टल एजेंट और करूणाकरण पोस्टमैन प्रमुख हैं। मेले के अबसर पर डा एन. राजवेल, सहायक अधीक्षक रंजित कुमार आदकए निरीक्षक डाक खुदीराम मुरमू और पोर्टब्लेयर डाक घर के पोस्टमास्टर एम गणपति उपस्थित थे।