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होम्योपैथी के प्रसार के लिए कार्यशाला

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चंडीगढ़। यूटी गृह और स्वास्थ्य सचिव राम निवास ने होम्योपैथी प्रणाली की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि इस प्रणाली में रोगी की बीमारी के लक्षणों और उसकी शारीरिक और मानसिक स्थिति के विभिन्न पहलुओं का निरीक्षण करके उपचार किया जाता है। राम निवास ने गवर्नमेंट कॉलेज फॉर ब्वायेज सेक्टर-11 में होम्पोपैथी पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला 'मदर एंड चाइल्ड केयर' का उद्घाटन किया। कार्यशाला का आयोजन आयुष विभाग और केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने किया जिसमें माँ और बच्चे की देखभाल में होम्योपैथी के महत्व पर प्रकाश डाला गया। साथ ही कहा गया कि होम्योपैथी को स्वास्थ्य सुविधाओं की मुख्यधारा में शामिल करने का प्रयास भी किया जाएगा।राम निवास ने कहा कि हांलाकि होम्योपैथी प्रणाली की लोकप्रियता बढ़ रही है किंतु अभी भी ऐसे बहुत लोग हैं जो होम्योपैथी दवाइयों के प्रयोग को लेकर आशंकित हैं। उन्होंने आशा जताई की होम्योपैथी प्रणाली को बढ़ावा देने और होम्योपैथी दवाइयों के लाभों के बारे में लोगों को जागरूक करने में यह मंच कारगर सिद्ध होगा। स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक डॉ एमएस बेंस ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आयूष प्रणाली को बढ़ावा देना और जनता में होम्योपैथी प्रणाली के प्रति जागरूकता पैदा करना है। कार्यशाला में माँ और बच्चे की देखभाल जैसे विषय पर होम्योपैथ्स को प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया।चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा से लगभग 200 प्रतिनिधियों ने कार्यशाला में भाग लिया। इसमें होम्योपैथी, आयुर्वेदिक और एलोपैथिक के डॉक्टर्स भी शामिल हैं। उद्घाटन समारोह के दौरान विशेष सचिव स्वास्थ्य अजोय शर्मा, जीएमसीएच-32 के डायरेक्टर प्रिंसिपल प्रोफेसर राज बहादुर और अन्य वरिष्ठ डॉक्टर्स मौजूद थे।

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