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लंदन। दुनिया में तेजी से फैल रहे आतंकवाद का सामना अब हर किसी से हो रहा है। एक तरफ भयानक बम धमाकों में जान और माल का नुकसान हो रहा है, तो इसका खामियाजा औरों को भी उठाना पड़ रहा है चाहे वह निजता में असहनीय खलल हो या कि अपमान हो। ब्रिटेन की संसदीय समिति ने सुरक्षा के सामने आईं चुनौतियों के कारण देश के हवाई अड्डों पर यात्रियों के पूरे शरीर की नग्न तस्वीर उतारने वाली मशीनों को लगाने पर सहमति जता दी है। समिति का कहना है कि यात्रियों की निजता के अतिक्रमण की बात कुछ ज्यादा ही बढ़ा चढ़ाकर कही जा रही है। सांसदों का कहना है कि सुरक्षा कारणों से बॉडी के स्कैनर से यात्रियों के अधिकारों का हनन नहीं होता है।
ज्ञातव्य है कि इस साल जनवरी में ब्रिटिश सरकार ने अपने यहां हवाई अड्डों पर स्कैनर लगाने की घोषणा की थी। अमेरिका ने भी अपने यहां के हवाई अड्डों पर इस प्रकार के स्कैनर लगा रखे हैं। लेकिन, इसका विरोध करने वालों का कहना है कि स्कैनर से यात्रियों की नग्न तस्वीरें उतरेंगी जो उनकी निजता पर अतिक्रमण है, जबकि सरकार का कहना है कि इस मशीन के जरिए किसी भी छिपे हुए हथियार या विस्फोटक को देखा जा सकता है जिससे हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच में तेजी आने के साथ-साथ सुरक्षा के एक पक्ष को सुनिश्चित किया जा सकेगा। ब्रिटेन और अमरीका की तरह अब और देशों के लिए भी अपनी सुरक्षा व्यवस्था के मद्दे नज़र बॉडी स्कैन का रास्ता खुल गया है। देर सवेर भारत सहित उन देशों को भी अपने यहां ऐसे कदम उठाने ही होंगे।
इस स्कैनर से पूरे शरीर की जांच से भीतरी अंगों को भी देखा जा सकेगा। हालांकि यह भी जोर देकर कहा जा रहा है कि यात्रियों की तस्वीरों को तुरंत नष्ट भी कर दिया जाएगा। इस मशीन के लगने के बाद यात्रियों को सुरक्षा जांच के लिए अपने कपड़े, जूते और बेल्ट वगैरह नहीं उतारने होंगे। आतंकवादी हमलों के विभिन्न तरीकों से लगातार बढ़ने के कारण ही ये स्थितियां उत्पन्न्ा हुईं हैं। आज सुरक्षा के मामले पर किसी पर भी भरोसा करना नामुमकिन हो गया है।