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लुप्तप्रय तेंदुआ की खाल एंव हड्डियां बरामद

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तेंदुआ की खाल

पलियाकला-खीरी। गुलदार की खाल बरामद कर चार तस्करों को सम्पूर्णा नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। विगत दिनों वन विभाग के आला अफसरों ने भीरा रेंज क्षेत्र जंगल और ग्रामीण क्षेत्र में तेंदुए के घूमने का खूब प्रचार किया था। इससे शिकारियों को तेंदुए की लोकेशन आसानी से मिल गई और उसे मौत के घाट उतार दिया गया। जानकारी के अनुसार सम्पूर्णा नगर पुलिस ने भारत-नेपाल सीमावर्ती ग्राम मिर्चिया के आगे नेपाल जाते समय चार तस्करों से लुप्तप्राय वन्यजीवों की सूची में प्रथम पायदान पर चिन्हित गुलदार यानी तेंदुए की एक खाल एवं उसकी हड्डियां बरामद की है। तेंदुए का शिकार साउथ-खीरी वन प्रभाग के भीरा परिक्षेत्र के जंगल में किए जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
गिरफ्तार तस्करों के नाम अल्लूराम पुत्र रंगीलाल, मूलचंद्र पुत्र हेमराज, पप्पू पासी पुत्र बदलू दाताराम पुत्र बालकराम ग्राम महेशापुर थाना भीरा का निवासी होना बताया गया है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इन तस्करों को तेंदुए खाल सहित पलियाकलां पर स्टेशन पकड़ा था। तस्कर भीरा से ट्रेन से आए थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस तेंदुए का शिकार किशनपुर वन-पशु विहार से सटे साउथ-खीरी वन प्रभाग की भीरा रेंज के जंगल क्षेत्र से किया गया होगा। इस संभावना को इससे भी बल मिल रहा है कि वन विभाग के आला अफसर हों या फिर दुधवा नेशनल पार्क के उच्चधिकारी, स्वयं की पीठ थपथपाने के लिए बाघ, तेंदुए, बाघिन या शावकों के घूमने की लोकेशन बयानबाजी करके उजागर कर देते हैं, जिसका फायदा शिकारी या वन्यजीवों की खालों एवं उनके अंगो का अवैध कारोबार करने वाले तस्कर उठाते हैं क्योंकि लोकेशन का पता लगाने में उन्हे मशक्कत करनी होती है वह उन्हे आसानी से मिल जाती है। हाल ही में अखबारों में अधिकारियों के छपे बयानों को देखा जाए तो लगभग चार दर्जन शावकों के ऊपर खतरे की तलवार लटकी हुई है।

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