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लखनऊ।अखिल भारत हिंदू महासभा ने मुस्लिम आरक्षण का समर्थन करने वाली रंगनाथ एवं सच्चर समिति की सिफारिशों को खारिज करने की मांग को लेकर शहीद स्मारक पर धरना दिया। प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने कहा कि भारत विश्व का पहला ऐसा देश है, जहां पर अल्पसंख्यकों के नाम पर बहुसंख्यकों को दबाया जाता है। इस मौके पर लखनऊ के ग्राम गुडौरा के हिंदू किसानों की एयरपोर्ट अथारिटी के लिए अधिग्रहीत भूमि का मुआवजा दिये जाने की भी मांग उठायी। हिंदू महासभा ने कहा है कि केंद्र सरकार रंगनाथ कमेटी में संस्तुत मुसलमानों को 15 प्रतिशत आरक्षण, पिछड़े वर्ग के हिंदुओं के कोटे से देने की व्यवस्था करने जा रही है साथ ही सच्चर आयोग की शिफारिशों के अनुसार देश मे सौ से ज्यादा जिलों को मुस्लिम जिला घोषित करने एवं वहां के डीएम एवं एसएसपी मुसलमान बनाने की भी कवायद कांग्रेसनीत सरकार कर रही है।
जातिवाद और धर्मवादी आरक्षण के खिलाफ उग्र आन्दोलन करने एवं जन-जन तक रंगनाथ कमेटी और सच्चर आयोग की घृणित योजना का खुलासा करने का आह्वान करते हुये हिंदू महासभा ने कहा कि मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति देश में इस तरह हावी हो गयी है कि सरकार किसानों की यदि भूमि अधिगृहीत करती है तो मुसलमान किसानों को तुरंत मुआवजा दे दिया जाता है और हिंदू किसानों की अनदेखी की जाती है, ऐसा ही उदाहरण लखनऊ शहर के ग्राम गुडौरा के हिंदू किसानों के साथ देखने को मिला है। एयरपोर्ट अथारिटी की अधिगृहीत भूमि का मुआवजा मुसलमान किसानों को तो दे दिया गया लेकिन हिंदू किसान मुआवजे की आस लगाये बैठे हैं।
धरने को संबोधित करने वालों में प्रदेश महासचिव आरपी त्यागी, प्रवक्ता राज किशोर शास्त्री, जिला अध्यक्ष विक्रम गुप्ता, नगर अध्यक्ष सुरेन्द्र राजपूत, जिला प्रभारी राम नरेश श्रीवास्तव, प्रेम सिंह, शिव पूजन आदि थे। धरने में पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ताओं में रोहित द्विवेदी, डॉ एमडी शर्मा, महादेव सिंह, रोहित भदौरिया, अनुज त्रिपाठी, कुलदीप पाण्डेय, रामदेव पाण्डे, विनय शुक्ला, राघवेंद्र द्विवेदी, सुशील सिंह यादव, दिया वर्मा, अतुल चौहान, ललित शर्मा, अभिषेक तिवारी, रिंकू मिश्रा, चंदर सिंह, रमेश चन्द्र आदि लोग मौजूद थे। बाद में केंद्र सरकार को संबोधित एक ज्ञापन प्रशासन के प्रतिनिधि को दिया गया।