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लखनऊ। महंगाई के विरूद्व 13 दलों की राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का उत्तर प्रदेश में व्यापक असर रहा। केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों से आक्रोशित इन दलों ने प्रदेश में बन्द को सफल बनाया। व्यापारियों ने स्वतः अपने व्यवसायिक संस्थान बन्द रखे। लखनऊ, आगरा, कानपुर, इटावा, गाजियाबाद, जौनपुर, मेरठ, फतेहपुर, गाजीपुर, देवरिया, बिजनौर, इलाहाबाद, वाराणसी आदि में जगह-जगह ट्रेनें रोकी गईं। कई शहरों में सड़क परिवहन भी बाधित रहा। कई स्थानों पर वकीलों ने भी अदालतों में काम काज नहीं किया। लखनऊ में भी भीड़भाड़ से भरे रहने वाले माल बाजारों में आज सन्नाटा पसरा रहा। समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे हजारों कार्यकर्ताओं पर कई जगह पुलिस ने बर्बर लाठीचार्ज किया जिससे तमाम कार्यकर्ता घायल हो गए।
इस आन्दोलन की ऐतिहासिक सफलता पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और सहयोगी दलों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस आम हड़ताल में जनता की स्वतः भागीदारी रही है। मंहगाई का यह विरोध केंद्र और राज्य सरकार को बहुत मंहगा पड़ेगा। यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता अहिंसक आंदोलन में खरे उतरे हैं। पुलिस की उत्तेजनापूर्ण कार्यवाही के बावजूद वे 'मारेंगे नहीं पर मानेंगे भी नहीं' के सिद्धांत पर डटे रहे।
लखनऊ में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आन्दोलन का नेतृत्व किया। उनका आवास और पार्टी कार्यालय आज सुबह से ही पुलिस छावनी बन गया था। उधर पैदल यात्रियों को भी रोका जा रहा था। अखिलेश यादव ने प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी और समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह यादव को साथ लिया और स्वयं एक आल्टो कार ड्राइव कर हजरतगंज पहुंचने में सफल रहे। लोगों को 19 जनवरी का वह मंजर याद आ गया जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव पुलिस बैरीकेटिंग को चीरते हुए सीधे हजरतगंज पहुंचकर धरने पर बैठ गए थे।
अखिलेश यादव के हजरतगंज पहुंचने पर वहां बड़ी तादाद में मौजूद पुलिस ने उन्हें घेरे में लिया। इस दौरान कुछ पुलिस अधिकारियों एवं सिपाहियों ने बहुत अभद्रता भी की। महिला पुलिस का कहीं पता भी नही था। पुरूष सिपाही, महिलाओं के साथ अभद्रता से भिड़े हुए थे। पुलिस ने कार्यकर्ताओं के पेट पीठ पर लाठी की चोट पहुंचाई। पुलिस लाठीचार्ज से कई घायल हो गए। लखनऊ में बड़ी तादाद में कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर ले जाने में वाहनों की कमी पड़ने पर पुलिस लाश ढोने वाली गाड़ियों में भरकर ले गई।
कानपुर में नेता विरोधी दल शिवपाल सिंह यादव कार्यकर्ताओं के साथ कई किलोमीटर पैदल चले और उन्होंने जनता और व्यापारियों से आम हड़ताल में शामिल होने की अपील की। व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बन्द कर उनका अभिवादन करते देखे गए। कानपुर में बन्द की सफलता से बौखलाई पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिससे बड़ी संख्या में कार्यकर्ता घायल हुए हैं। शिवपाल सिंह यादव घायलों से अस्पताल जाकर मिले। मुरादाबाद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने लगभग एक हजार कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारी दी। वहां बाजार पूर्णतया बन्द रहे। फैजाबाद में बलराम यादव के नेतृत्व में बाजार पूर्ण रूप से बन्द रहा।
आगरा में राजा मण्डी स्टेशन के पास छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को पौन घंटे रोका गया। राष्ट्रीय महासचिव राम आसरे कुशवाहा के नेतृत्व में यहां कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। कुशीनगर में रेल लाइन पर धरना दिया गया। इलाहाबाद में प्रयाग स्टेशन पर ट्रेने रोकी गई। रामपूजन पटेल, उज्जवल रमण सिंह आदि के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई। लाठीचार्ज में कई घायल हुए। वाराणसी में कई ट्रेन रोकी गईं। प्रदेश महासचिव ओमप्रकाश सिंह, पूर्व मंत्री शतरूद्र प्रकाश के साथ गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को पुलिस लाइन भेजा गया। रायबरेली में पुलिस लाठीचार्ज में कार्यकर्ता घायल हुए। इटावा में राम नरेश यादव एमएलसी, फतेहपुर में नरेश उत्तम एवं समरजीत सिंह, बाराबंकी में अरविन्द सिंह गोप, मेरठ में डॉ सरोजनी अग्रवाल और शाहिद मंजूर, अमरोहा में महबूब अली, बहराइच में डा वकार अहमद शाह और गोण्डा में नन्दिता शुक्ला व बैजनाथ दुबे के नेतृत्व में बाजार बन्द रहा।
बांदा में सपा के राष्ट्रीय महासचिव विशम्भर प्रसाद निषाद के नेतृत्व में बन्द सफल रहा। वकीलों ने कार्य बहिष्कार किया। बलिया में अम्बिका चौधरी, पूर्व मंत्री एवं राम गोविन्द चौधरी पूर्व मंत्री ने नेतृत्व किया। लखनऊ में समाजवादी महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष लीलावती कुशवाहा सहित दर्जनों महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। हाथरस में राकेश सिंह राना के साथ कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई। आजमगढ़ में राम आसरे विश्वकर्मा के नेतृत्व में हाईवे जाम किया गया। बरेली में बसों का आवागमन ठप्प रहा। एक हजार कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। गाजीपुर में शादाब फातिमा, विधायक के नेतृत्व में रेल लाइन जाम रही। लोगों की गिरफ्तारी हुई, उरई में कार्यकर्ता गिरफ्तार हुए। पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बदायूं, भदोही, मैनपुरी, फर्रूखाबाद, गोण्डा, फैजाबाद, गोरखपुर, सीतापुर, हरदोई, मऊ, बाराबंकी, रायबरेली, बहराइच, ललितपुर, बलिया, बस्ती, एटा, गाजियाबाद, मोदीनगर, मिर्जापुर, बरेली, सुल्तानपुर, मुजफ्फरनगर, महोबा, कौशाम्बी, जेपी नगर, बांदा, सोनभद्र में बाजार बन्दी रही।