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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने अधिवक्ताओं का आव्हान किया कि वे राजनीति में आएं, देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को कायम रखने और अन्याय के खिलाफ संघर्ष में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, वे समाज के प्रबुद्ध वर्ग के प्रतिनिधि है, धर्मनिरपेक्ष होते हैं और स्वाभाविक तौर पर समाजवादी हैं। मुलायम सिंह यादव ने आगे कहा कि राजनीतिक परिवर्तन तभी होता है जब छात्र नौजवान और अधिवक्ता खड़े होते हैं।
मुलायम सिंह यादव कानपुर से आए सैकड़ों अधिवक्ताओं को समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद समाजवादी पार्टी मुख्यालय में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज केन्द्र की संप्रग सरकार को हिन्दुस्तान की नहीं, विदेश की चिन्ता है, गरीबी, भ्रष्टाचार और सीमा पर संकट बढ़ रहा है, चीन का हमारी भूमि पर अतिक्रमण जारी है पर प्रधानमंत्री मौन हैं। उन्होंने कहा कि देश में मंहगाई बढ़ती जा रही है उसे रोकने के निर्देश राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों को नहीं दिए गये हैं। जमाखोरों के ठिकानों पर छापे नहीं डाले जा रहे हैं। बिजली संकट से जनता त्रस्त है। इस सबके लिए केन्द्र के साथ उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार भी जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री को रूपया इकट्ठा करने से फुर्सत नहीं। उनकी सोच नकरात्मक है। इनके शासनकाल में छात्र, वकील, व्यापारी सभी लाठियों से पीटे गये हैं। उन्होने कहा कि गम्भीर वारदातों पर भी कड़ी कार्यवाही बसपा राज में नही होती है। ये वकील ही हैं जो अन्याय को रोके हुए हैं। जनता मौन है पर यह आंधी तूफान से पहले की शांति है। हिन्दुस्तान में परिवर्तन की आंधी उत्तर प्रदेश से ही चलेगी।
मुलायम सिंह यादव ने वकीलों से आग्रह किया कि वे उनके मुख्यमंत्री काल में उत्तर प्रदेश में अधिवक्ताओं को दिए गए बजट तथा सुविधाओं की चर्चा अपने दूसरे साथियों के बीच भी करें। जनता से उनका निकट संपर्क रहता है, उनको समाजवादी पार्टी की नीतियों के बारे में बताएं। समाजवादी पार्टी ने जो सुविधाएं दी बसपा ने सरकार में आते ही उनमें कटौती कर डाली। बसपा सरकार में 30 से ज्यादा समाजवादी पार्टी नेताओं/पदाधिकारियों और 22 अधिवक्ताओं की हत्या हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने 5 हजार एकड़ जमीन पर कब्जा किया है। समाजवादी पार्टी ने कन्या विद्याधन योजना, बेकारी भत्ता दिया था सब बंद हो गया। उन्होने रक्षामंत्री रहते शहीद जवानों के आश्रितों को 10 लाख रूपए की सहायता थी तथा शव गांव घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की थी।
अधिवक्ताओं ने 11 किलो की फूलों की माला पहनाकर मुलायम सिंह यादव का सम्मान किया। समाजवादी पार्टी अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे वीरेन्द्र भाटिया को याद करते हुए श्रद्धाजंलि दी गई। अधिवक्ताओं ने मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में विश्वास जताते हुये समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष वीसी मिश्र, समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव ओमप्रकाश सिंह, प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी सहित, समाजवादी अधिवक्ता सभा के प्रदेश अध्यक्ष विधुभूषण सिंह, विवेक मिश्र, इंदीवर बाजपेयी, सुरेन्द्र बाजपेयी, विजय तिवारी, चौधरी प्रताप सिंह, गौरव भाटिया, आशा दुबे, ऊषा मिश्र, श्रद्धा तिवारी, प्रतिभा पाण्डेय, शारदा बाजपेयी, धर्मेन्द्र सिंह, सहजराम यादव, हाजी मोहम्मद ईस्लाममुद्दीन, जेपी मिश्र विद्यार्थी, देवी बक्श सिंह, शिवशरण उपाध्याय, कर्नल सत्यवीर सिंह यादव, आदि अधिवक्ताओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।