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नयी दिल्ली। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोडे गये 7.44 लाख क्यूसेक पानी के दिल्ली पहुंचने पर यमुना नदी में बाढ़ से राजधानी की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई हैं। यमुना में जलस्तर के बढ़ने से निचले इलाकों में पानी भरना शुरू हो गया है इस तरह यमुना के खतरे के निशान से लगभग ढाई मीटर ऊपर पहुंच जाने और उससे तबाही होने का अनुमान है।यमुना इस समय पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर के पुराने लोहे वाले पुल पर खतरे के निशान 204.83 मीटर की तुलना में 1.53 ऊपर 206.36 मीटर पर बह रही है। दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ नियंत्रण कक्ष बताया कि गुरूवार को सुबह पांच से सात बजे के तक यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 2.47 मीटर ऊपर यानी 207.30 मीटर पर पहुंच जाने का अनुमान है ।इसी माह 10 सितम्बर को यमुना का जलस्तर 206.78 मीटर तक पहुंच गया था। जलस्तर बढ़ने से यमुना के निचले क्षेत्रों में पानी भरने से बडी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। दिल्ली प्रशासन ने यमुना के जलस्तर को देखते हुए निचले इलाके के लोगों को फिलहाल सुरक्षित जगहों पर ही रूके रहने के लिये कहा है।