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मिजोरम में कैंसर महामारी की तरह

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एजल। मिजोरम में प्रति वर्ष कैंसर से 550 लोग मौत के मुंह में जा रहे हैं और इस कारण राज्य को देश की 'कैंसर राजधानी' तक कहा जा रहा है। मिजोरम पोपुलेशन कैंसर रजिस्ट्री की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2003 से वर्ष 2008 के बीच राज्य में कैंसर से 3302 मौते हुईं और इसी अवधि में कैंसर के 6748 नए मामले सामने आए।
रिपोर्ट के मुताबिक यहां पेट का कैंसर सबसे अधिक देखने को मिल रहा है जो कुल कैंसर मामलो का 23-1 फीसदी है। इसके बाद फेंफडों का कैंसर 13 फीसदी, आंतों का कैंसर 12.2 फीसदी और गले का कैंसर 4.6 फीसदी है। पिछले दो वर्षों में पेट के कैंसर के 421 नए मामले और फेंफडों के कैंसर के 323 नए मामले सामने आये हैं। मिजोरम में महिलाओं में धूम्रपान की आदत के कारण उनमें फेफडों के कैंसर के अधिक मामले सामने आ रहे हैं। महिलाओं में गर्भाशय कैंसर भी तेजी से फैल रहा है।
बताया गया है कि वर्ष 2003 से 2006 के दौरान देश में सभी प्रकार के कैंसर मामलों में राज्य शीर्ष स्थान पर था। राज्य के लोगों की जीवन शैली भी काफी हद तक कैंसर के लिए जिम्मेदार है और ये लोग तंबाकू का अधिक सेवन करने के अलावा भुना हुआ मांस और सब्जियां खाने के शौकीन हैं। सभी राज्यों की तुलना में मिजोरम में तंबाकू की खपत सबसे अधिक है।

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