स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश सरकार से गन्ना मूल्य 350 रूपये प्रति कुन्तल किये जाने की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता हरद्वार दुबे ने आज पार्टी मुख्यालय पर मीडिया से कहा कि सरकार शीघ्र ही गन्ना मूल्य तय कराए। क्योंकि पेराई सत्र शीघ्र शुरू होने वाला है और ऐसे में गन्ना मूल्य घोषित नहीं किये जाने से गन्ना किसानों में क्षोभ है। चीनी मिलें पिछले गन्ना मूल्य से अधिक देने को राजी नहीं हैं, दूसरी ओर कृषि लागत में वृद्धि हुयी है। ऐसे में मिल मालिकों का यह तर्क कि पिछले वर्ष की भांति गन्ना मूल्य का भुगतान किया जाए उचित नहीं है।प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए और शीघ्र ही इसकी घोषण करनी चाहिए। वैसे ही चीनी निगम की 11 मिलों को बेचने के प्रस्ताव के कारण जहां उनके न चलने पर संकट उत्पन्न हो गया है, वहीं उन्हें बेचने की सम्पूर्ण प्रक्रिया संदेह के घेरे में है। सरकार का यह सौदा अपने चहेते को खास लाभ पहुंचाने तक सिमट गया है। दूबे ने कहा कि कृषि और कृषि से संबंधित विषय लगातार सरकारी उपेक्षा के शिकार हो रहे हैं। पूरे प्रदेश में बोआई का सीजन भी प्रारम्भ होने वाला है। डीएपी खाद बाजार से गायब हो रही है। जमाखोर इसे इकट्ठा करने में लग गये हैं। कालाबाजारी अभी से शुरू हो गयी है।भाजपा प्रवक्ता का कहना है कि यदि चीनी निगम की मिलों को बेच दिया गया तो निजी मिल मालिकों का चीनी उद्योग पर एकाधिकार हो जायेगा और वे मनमाने ढंग से गन्ना मूल्य निर्धारित करेंगे तब गन्ना किसानों को शोषण और ज्यादा बढ़ जाएगा। जमाखोर बाजार में खाद की कमी का फायदा नकली खाद बेचकर और तय मूल्य से अधिक रेट लेकर उठाएंगे। दुबे ने मांग की कि सरकार तत्काल बाजार में खाद आपूर्ति की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराए और ब्लैक मार्केटिंग एवं नकली खाद बेचने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे।