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राजसमंद। बारहवां वां आचार्य निरंजननाथ सम्मान सुप्रसिद्ध व्यंग्य लेखक एवं दिल्ली से प्रकाशित हिंदी की महत्वपूर्ण पत्रिका 'व्यंग्य यात्रा' के संपादक प्रेम जनमेजय को दिया जाएगा। सम्मान समिति के संयोजक कमर मेवाड़ी के अनुसार कर्नल देशबंधु आचार्य की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में यह निर्णय लिया गया। यह सम्मान राजसमंद के विख्यात साहित्यकार, राजनेता और राजस्थान साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष निरंजननाथ आचार्य की स्मृति में आचार्य निरंजननाथ स्मृति सेवा संस्थान द्वारा साहित्यिक पत्रिका सम्बोधन के माध्यम से दिया जाता है।राष्ट्रीय स्तर का यह सम्मान हिंदी के किसी एक रचनाकार को अलग-अलग विधाओं पर प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। सम्मान के अन्तर्गत प्रशस्ति-पत्र के अतिरिक्त पच्चीस हज़ार रूपये की नकद राशि, शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया जाता है। अब तक यह सम्मान हिंदी के 11 लेखकों की महत्वपूर्ण कृतियों पर दिया जा चुका है। इस बार निर्णायक मंडल के सदस्य विख्यात व्यंग्य लेखक विष्णु नागर दिल्ली, फारूक आफरीदी जयपुर और डॉक्टर भगवतीलाल व्यास उदयपुर थे। सम्मान समारोह 5 दिसम्बर 2010 को राजसमंद में आयोजित होगा।