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वाशिंगटन। बताते हैं कि अमरीका के संघीय जांच ब्यूरो 'एफबीआई' को मुंबई के नवंबर 2008 के हमलों के तीन साल पहले कोई सुराग मिला था कि एक अमरीकी नागरिक लश्कर-ए-तैयबा को हमले के संभावित स्थानों का चिन्हित करने में सहायता कर रहा है। अमरीकी मीडिया में एक रिपोर्ट आई है कि डेविड हेडली को मार्च में मुंबई हमलों और 2005 में डेनमार्क के अखबार पर हमलों के सिलसिले में अमरीका के आतंकवाद संबंधी कानून की एक दर्जन धाराओं में आरोपित किया गया है। हेडली ने स्वीकार किया है कि उसने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को हमले के संभावित स्थानों की पहचान करने में मदद की थी। वह अमरीकी जांचकर्ताओं के साथ इस शर्त पर सहयोग करने पर सहमत हो गया है कि उसे भारत, पाकिस्तान या डेनमार्क प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा।वाशिंगटन पोस्ट में कहा गया है कि एफबीआई को 2005 में एक सुराग मिला था कि हेडली और उसकी पत्नी का लश्कर से कोई संबंध है। यह बात पति-पत्नी में झगड़े के बाद हेडली की गिरफ्तारी होने से पता चल पायी। उस समय हेडली की पत्नी ने एफबीआई को बताया था कि हेडली लश्कर-ए-तैयबा के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है। उसने पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों में प्रशिक्षण लिया है और वह रात में देखने में सक्षम चश्मे यानी नाइट विजन गॉगल्स की तलाश में है। अखबार ने यह रिपोर्ट एफबीआई के छिपे सूत्रों के हवाले से दी है लेकिन एफबीआई के प्रवक्ता ने इस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है।रिपोर्ट कहती है कि एफबीआई के अधिकारियों ने यह तो बताया कि 2005 में हेडली की पत्नी से इन बातों की जानकारी मिली थी लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इस जानकारी का उन्होंने फिर क्या किया। हेडली का जन्म पाकिस्तान में हुआ था और वह बचपन में वहीं रहा है। उसके पिता पाकिस्तानी हैं और उसका असली नाम दाऊद गिलानी है, लेकिन उसने अंतर्राष्ट्रीय आवागमन में सुरक्षा जांच जैसी परेशानियों से बचने के लिए 2005 में नाम बदल लिया था। हेडली को मुंबई के सिलसिले में एक वर्ष पहले शिकागो के 'ओहेरे' अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। मुंबई में 26 नवंबर 2008 के आतंकवादी हमलों में ।66 लोग मारे गये थे जिनमें छह अमरीकी नागरिक भी थे।