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देहरादून। मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सहस्त्रधारा रोड पर ग्राम डांडा लखौंड में चिकित्सा स्वास्थ्य, आयुर्वेदिक, यूनानी एवं होम्योपैथिक महानिदेशालय के निर्माणाधीन प्रशासनिक भवनों का अचानक निरीक्षण किया और सचिव स्वास्थ्य उमाकांत पंवार को निर्देश दिये कि वह कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम से निर्माणाधीन परियोजना को समयबद्ध कार्यक्रम के अन्तर्गत पूरा कराएं, निर्माण कार्य की प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य महानिदेशालय के निर्माण से डांडा लखौंड में पूरा कैम्पस समेकित स्वास्थ्य गतिविधियों का प्रभावी केन्द्र हो जायेगा। भवन के पास रेडक्रास सोसाइटी का भवन होने और चिकित्सा की तीनों पद्धति एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेदिक निदेशालय के एक ही स्थान पर होने से प्रदेश की चिकित्सा सेवाओं को बेहतर ढंग से संचालित करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था और उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। ज्ञातव्य है कि महानिदेशालय भवन के लिए राज्य सरकार ने 2.523 हैक्टेयर भूमि निःशुल्क हस्तांतरित की है। आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी महानिदेशालय के भवनों एवं आवासों के निर्माण के लिए 4.50 करोड़ रुपये की धनराशि की पूर्व में ही स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। इस परियोजना की कुल लागत 12 करोड़ 10 लाख 42 हजार रुपये है। परियोजना को वर्ष 2010 में ही पूरा किया जाना है।