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नई दिल्ली। जॉर्जिया के राजदूत ज्रुराब केचकेचिश्विली ने जॉर्जियाई फिल्म उद्योग के साथ सह-निर्माण के लिए भारतीय फिल्म निर्माताओं को आमंत्रित किया है। इफ्फी 2010 में अपने देश और उसके सिनेमा जिस पर फिल्मोत्सव में विशेष ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है, का प्रतिनिधित्व कर रहे केचकेचिश्विली ने यहां मीडिया सेन्टर में कहा कि जो भारतीय फिल्म निर्माता, जॉर्जिया में सह-निर्माण या शूटिंग का विकल्प अपनाते हैं, सरकार उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।उन्होंने कहा कि सरकार कर संबंधी मुद्दों पर काम कर रही है और जॉर्जिया आने वाले फिल्म निर्माताओं को इसकी सभी संभव सहूलियतें प्रदान की जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय फिल्म उद्योग के प्रतिनिधि इस वर्ष के अंत तक पहले सह-निर्माण की संभावनाओं का पता लगाने और वहां के स्थानीय दृश्यों को देखने के लिए जॉर्जिया का दौरा करेंगे। अपने देश की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि हालांकि जॉर्जिया एक छोटा देश है लेकिन किसी भी फिल्म के लिए भिन्न-भिन्न और सुंदर दृश्यों की अनेक रूपता यहां मौजूद है।राजदूत ने कहा कि हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक भारतीय फिल्म निर्माता जॉर्जिया को स्विटजरलैण्ड से अधिक अपील वाला देश बनाने का प्रयत्न करें। जॉर्जिया में सिनेमा की सुदृढ़ और दीर्घ परम्परा के विषय में बात करते हुए निर्देशक और पटकथा लेखक नाना जेनेलिज़ ने अपने देश के सिनेमा की वर्तमान गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने भी फिल्म बनाने के लिए भारतीय निर्माताओं को आमंत्रित किया और कम फिल्म निर्माण के लिए कोष की कमी को एक मुख्य कारण बताया।इफ्फी 2010 में जॉर्जिया पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है, जिसकी पांच फिल्में समारोह में दिखाई जाएंगी। उद्घाटन वाले दिन नाना जेनेलिज़ की फिल्म रेपेनटैन्स (1984) प्रदर्शित की जाएगी। हाल के वर्षों में जॉर्जियाई सिनेमा पुन: अपनी वापसी कर रहा है। निजी उद्योग के रूप में 90 के दशक में जिन फिल्म निर्माताओं ने फिल्म का निर्माण बंद कर दिया था, उन्हें सरकारी वित्तीय सहायता देने के साथ ही साथ प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं की नई पीढ़ी को भी मदद दी जा रही है। इनमें से बहुतों ने अनेक अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव पुरस्कार प्राप्त किए हैं।