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उत्तराखंड को मॉडल राज्य बनाएं-निशंक

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निशंक एवं हरीश रावत-nishank and harish rawat

नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखंड पत्रकार परिषद के यहां कांस्टिट्यूशन क्लब में आयोजित 'उत्तराखंड राज्य का एक दशकः विकास एवं चुनौती' संगोष्ठी में प्रदेश के लोगों से पूर्वाग्रहों से ऊपर उठकर और एकजुट होकर राज्य के विकास के लिए कार्य करने पर बल दिया है। मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास में नकारात्मक सोच को सबसे बड़ी बाधा बताते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी क्षमता एवं योग्यता के अनुसार राज्यहित में कार्य करे तो उत्तराखंड को देश के एक मॉडल राज्य के रुप में प्रस्तुत किया जा सकता है।
उत्तराखंड राज्य के निर्माण के बाद के दस वर्षों की विकास यात्रा पर संतोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य हिमालयी राज्यों और उत्तराखण्ड के साथ ही अस्तित्व में आए अन्य दो राज्यों की तुलना में उत्तराखण्ड राज्य में अधिक प्रगति हुई है जिसे केन्द्र सरकार और अन्य संस्थाओं ने भी स्वीकार किया है। राज्य निर्माण के समय वर्ष 2000 में विकास दर 2.9 प्रतिशत थी, जो कि अब बढ़कर 9.4 प्रतिशत हो गई है। इसी प्रकार प्रतिव्यक्ति आय 14000 रूपए से बढ़कर 42000 रूपए हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के सुनियोजित आर्थिक प्रबंधन से कर एवं करेत्तर आय में प्रगति हुई है। राज्य सरकार के आर्थिक प्रबंधन से प्रभावित होकर 13वें वित्त आयोग ने प्रोत्साहन स्वरुप 1000 करोड़ रूपए की अतिरिक्त धनराशि प्रदान की है। विजन 2020 के तहत राज्य सरकार प्रदेश को देश के आदर्शतम राज्य के रुप में विकसित करने का प्रयास कर रही है।
निशंक ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से औद्योगिक क्षेत्रों में आधारभूत संरचना को विकसित किया है। राज्य सरकार ने औद्योगिक विकास के लिये तैयार किये गये वातावरण से प्रभावित होकर देश के शीर्षस्थ उद्योगपतियों और औद्योगिक घरानों ने राज्य में निवेश के लिए अपनी रुचि प्रकट की है। राज्य के लिये स्वीकृत औद्योगिक पैकेज को मूल रुप में पुनः बहाल कराने के लिए सभी दलों को साथ लेकर पुरजोर प्रयास किया गया है। उत्तराखण्ड सरकार की प्राथमिकताओं पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा, आयुष, औद्यानिकी और पर्यटन के क्षेत्र में विशेष कार्य कर रही है।
इससे पूर्व केन्द्रीय श्रम राज्य मंत्री हरीश रावत ने राज्य विकास के लिए मिलजुल कर प्राथमिकताएं तय किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने शिक्षा और पर्वतीय खेती पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता जताई। इस अवसर पर एनसीपी के महासचिव देवी प्रसाद त्रिपाठी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव समर भंडारी, आध्यात्मिक गुरु भोलेजी महाराज सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन उत्तराखण्ड पत्रकार परिषद के महासचिव अवतार नेगी ने किया।

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