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नई दिल्ली। पोलैण्ड गणराज्य के संस्कृति एवं राष्ट्रीय विरासत मंत्री बोगदान जोदरोजेव्स्की के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने भारत के संस्कृति सचिव जवाहर सिरकर के निमंत्रण पर हाल ही में भारत का दौरा किया। इस दौरान द्विपक्षीय बैठक भी आयोजित की गयी जिसमें दोनों देशों ने संस्कृति के क्षेत्र में आपसी अभिरूचि के मुद्दों पर विचार विमर्श किया। बैठक के दौरान दोनों देशों ने प्रस्तुतिपरक कलाओं, संग्रहालयों दृश्य कलाओं तैल या कागज जैसी वस्तुओं पर चित्रकारी के कार्य का संरक्षण जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया। बैठक में थियेटर फेस्टिवल आफ माल्टा समर फेस्टिवल आफ थियेटर में भारत की सक्रिय सहभागिता पर भी चर्चा की गयी। भारत ने वर्ष 2012 में माल्टा में आयोजित होने वाले फेस्टिवल में प्रस्तुतिपरक कलाओं और रंगमंच के जरिए सहभागिता बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।दोनों राष्ट्रों ने अभिलेखागारों के दस्तावेजों के संरक्षण और डिजीटलीकरण, तकनीकी के हस्तांतरण, दोनों देशो में प्रदर्शनियों के आयोजन, प्रस्तर कला पर पौलेंड से भारत के अनुभवों का साझा, विश्व विरासत की जगहों के प्रबंधन, संग्रहालयों के आधुनिकीकरण और इस क्षेत्र में परस्पर सहयोग, प्रसिद्ध साहित्यिक कार्यों का संयुक्त प्रयासों से अनुवाद और आधुनिक कलाओं के संरक्षण पर भी सहमति व्यक्त की। उल्लेखनीय है कि पोलैण्ड गणराज्य के संस्कृति और राष्ट्रीय विरासत मंत्रालय और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के मध्य परस्पर सहयोग पर सात सितम्बर 2010 को हस्ताक्षर किए गए थे।