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नई दिल्ली। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के उत्थान के लिए ग्रामीण विकास और पंचायतीराज मंत्रालय और संयुक्त राष्ट्र बाल निधि यूनीसेफ साथ मिलकर काम करेंगे। इसके तहत स्वस्थ समाज के लिए स्वच्छता और स्वास्थ्य सुधार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यूनीसेफ के कार्यकारी निदेशक एंथनी लेक और केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायतीराज मंत्री डॉक्टर सीपी जोशी के बीच बुधवार को राजधानी के कृषि भवन में मुलाकात के दौरान इस पर सहमति हुई। ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर क्षमता बढ़ाने और सेवा वितरण प्रणाली में सुधार लाने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। समाज के कमजोर तबके के आर्थिक सशक्तीकरण विशेषकर स्कूलों में स्वच्छ पेयजल के प्रावधान और स्थानीय निर्वाचित पंचायतों को इंटरनेट संपर्क पर जोर देना चाहिए। डॉक्टर जोशी ने कहा कि विशेषकर गांवों में स्वास्थ्य और स्वच्छता से संबंधित मुद्दे पर लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए यूनीसेफ के सहयोग से कल्याण योजनाओं के प्रभावकारी क्रियान्वयन में कार्यरत लोगों को प्रशिक्षण प्रदान करना एक महत्वपूर्ण क्षेत्र हो सकता है। बैठक में ग्रामीण विकास मंत्रालय में सचिव बीके सिन्हा और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। यूनीसेफ की प्रतिनिधि करीन हूलसोफ और जल एवं स्वच्छता मामलों की प्रमुख लिजटी बर्गर ने यूनीसेफ का प्रतिनिधित्व किया।