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देहरादून। मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से उत्तर रेलवे के डीआरएम रमेश चन्द्रा ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने डीआरएम एवं कुम्भ मेले में तैनात उनके स्टाफ को कुम्भ मेले की सफलता में सहयोग के लिए बधाई दी। उन्होंने उत्तराखण्ड को आध्यात्म एवं पर्यटन का केन्द्र बताते हुए यहां पर आने वाली रेल गाड़ियों में सीटों का आरक्षण बढ़ाने और अन्य अवस्थापना सुविधाओं के विस्तार हेतु वार्ता की। मुख्यमंत्री ने दिल्ली-देहरादून के बीच चलने वाली निजामुद्दीन एसी स्पेशल ट्रेन हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ही चलाने की पेशकश की।
मुख्यमंत्री ने डीआरएम से कहा कि ट्रेन नम्बर 2206 का आगमन एवं रवानगी स्थल नई दिल्ली किये जाने से स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने संचालित रेलों के कोच की संख्या बढ़ाने और सामान्य के स्थान पर अच्छी श्रेणी के कोच की व्यवस्था पर्यटकों की सुविधा एवं आवश्यकता की दृष्टि से करने का सुझाव दिया। उन्होंने हरिद्वार-देहरादून के बीच राजाजी नेशनल पार्क क्षेत्र में पड़ने वाले 18 किलोमीटर रेलवे लाइन मार्ग की वैकल्पिक व्यवस्था करने, दिल्ली से हल्द्वानी के बीच उच्च सुविधायुक्त शताब्दी ट्रेन प्रतिदिन चलाने की भी डीआरएम से अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री ने डीआरएम को अवगत कराया कि उन्होंने रेल मंत्री ममता बनर्जी से मुजफ्फरनगर (देवबंद-रूड़की) नई रेल लाइन निर्माण, किच्छा-खटीमा नई रेल लाइन निर्माण में राज्य का अंशदान सीमित करने और इन रेल मार्गो को राष्ट्रीय रेलमार्ग घोषित करने का अनुरोध किया हुआ है। उन्होंने डीआरएम को अन्य नई रेल लाइनों के सर्वेक्षण सम्बन्धित रेल मंत्री से हुए पत्र व्यवहार के सम्बन्ध में भी विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर उनके साथ कुम्भ में रेलवे विभाग के मेलाधिकारी मनोज कुमार शर्मा और सीनियर डिविजन सिक्योरिटी अधिकारी जितेन्द्र श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रोटोकाल अधिकारी अजय बिष्ट भी उपस्थित थे।