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लखनऊ। मुख्य सचिव अतुल कुमार गुप्ता ने प्रदेश में 2230 मेगावाट विद्युत उत्पादन बढ़ाने की दिशा में दो एमओयू के हस्ताक्षरित होने के दौरान दावा किया कि वर्ष 2014 के बाद उत्तर प्रदेश विद्युत उत्पादन में सरप्लस राज्य होगा। मुख्य सचिव की उपस्थिति में एनेक्सी सभाकक्ष में राज्य के ऊर्जा सचिव नवनीत सहगल ने बरगढ़ (चित्रकूट) में दस हजार करोड़ रूपए की लागत की 1980 मेगावाट विद्युत परियोजना के लिए बजाज हिन्दुस्तान के उपाध्यक्ष कुशाग्र बजाज और फतेहगढ़ में 1250 करोड़ रूपए की लागत के 250 मेगावाट क्षमता की विद्युत परियोजना के लिए मेसर्स पारिख एल्युमिनेक्स के विनीत पारिख के साथ दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। बताया गया है कि ये विद्युत परियोजनाएं वर्ष 2014-15 तक पूर्ण हो जाएंगी। इनमें लगभग 12 से 15 सौ लोगों को प्रत्यक्ष और 10 से 15 हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा।इस अवसर पर ऊर्जा सचिव नवनीत सहगल ने कहा कि प्रदेश के त्वरित विकास के लिए विद्युत उत्पादन में अधिक से अधिक वृद्धि के प्रयास किए जा रहे हैं। इनके तहत 2014 से प्रदेश की जनता को 24 घण्टे विद्युत उपलब्ध कराने को राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार की घोषित नई ऊर्जा-नीति के तहत एमओयू रूट से निजी कम्पनियों को नए विद्युत गृहों की स्थापना हेतु अनुमति दी गई है, जिसका देश के प्रमुख औद्योगिक घरानों ने जोर-शोर से स्वागत किया है। बजाज हिन्दुस्तान की समझौता ज्ञापन रूट से स्थापित की जाने वाली यह तीसरी परियोजना है। इससे पूर्व 11वीं पंचवर्षीय योजना में चीनी मिलों से 450 मेगावाट और 12वीं पंचवर्षीय योजना के पूर्व होने वाली ललितपुर में 1980 मेगावाट की परियोजना स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित हो चुके हैं।