स्वतंत्र आवाज़
word map

नारायण सेवा संस्थान में 49 जोड़ों ने लिए सात फेरे

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

विवाह समारोह

उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान एवं सेवा परमो धर्म: के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विकलांग एवं निर्धन विवाह समारोह में 49 जोड़े परिणय बंधन में बंधे। इस भव्य कार्यक्रम के शुरू होने से पूर्व परिणय जोड़ों की विशाल शोभायात्रा को गुलाब बाग के समीप हरियाली रेस्टोरेंट से संस्थापक कैलाश मानव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शोभायात्रा आतिशबाजियों और ढोल नगाड़ों के बीच शहर से गुजरी, जिसमें विकलांग जोड़ों की 12 बग्घियों, 10 खुली जीपों, 21 व्यक्तियों के बैण्ड, 1500 बराती और 101 महिलाएं मंगल कलश धारण किए शामिल थीं। शोभायात्रा सूरजपोल, झीणीरेत, धान मण्डी, देहलीगेट, बापू बाजार, टाउनहॉल से होते हुए पुनः हरियाली रेस्टोरेंट पहुंची। शोभायात्रा के आगे आगे दुल्हे दुल्हन के परिजन एवं धर्म माता-पिता नृत्य करते हुए चल रहे थे, पटाखों की ध्वनि के बीच जगह जगह बारात का स्वागत किया गया। बिन्दोली में राजस्थान सहित दिल्ली, गुजरात, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों से आए संस्थान के अध्यक्षों, धर्म माता-पिताओं ने जमकर नाच किया और बारात का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।

संस्थान के संस्थापक कैलाश मानव ने इस विकलांग विवाह सम्मेलन में पधारे देश-विदेश के सभी अतिथियों और दानदाताओं का स्वागत किया। बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है, की मंगल ध्वनि के बीच दुल्हों ने गणपति वाटिका के बाहर तोरण की रस्म अदा की, वधु पक्ष की ओर से और धर्म माता पिता की ओर से दुल्हो की आरती उतारी गई, तत्पश्चात सभी दुल्हे-दुल्हनों को भव्य मंच पर बिठाया गया, जहां दुल्हे-दुल्हनों ने एक दूजे को वरमाला पहनाई। सामूहिक विवाह के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर हेमन्त गेरा ने अपने आशीर्वाद में कहा कि मानव सेवा उत्तम कार्य है लेकिन निःशक्त मानवजनों की सेवा सर्वोत्तम है, निःसन्देह नारायण सेवा संस्थान का सेवार्थ कार्य सराहनीय है, नारायण सेवा के संस्थापक साधूवाद के पात्र हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि यहां विकलांग जनों के अब तक 1,11,000 ऑपरेशन हुए हैं जिन्हें शब्दों में बखान नहीं किया जा सकता। उन्होंने विवाह बन्धन में बंधे जोड़ो के सुखी एवं चिरस्थायी वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए शुभआशीर्वाद दिया। समारोह की अध्यक्षता प्रसार भारती की उपमहानिदेशक डॉ निलीमा हरजाल ने की।

संस्थान के संगठन सचिव प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि अब तक इस तरह के 15 सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें उदयपुर एवं राजस्थान ही नही अपितु पूरे भारत वर्ष के 566 निःशक्तजनों का पाणिग्रहण संस्कार करवाया गया है। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक ओमप्रकाश तोषनीवाल, कमला देवी, ट्रस्टी वन्दना अग्रवाल, कल्पना गोयल, दीपेश मित्तल, देवेन्द्र चोबीसा, पीआरओ जय प्रकाश शाकद्वीपीय, आकाशवाणी के निदेशक माणिक आर्य, संस्थान के सभी ट्रस्टी एवं साधक साधिकाएं उपस्थित थे। संस्थान की सेवाओं का लाभ उठाने वाले रवीन्द्र कोरी फिरोजाबाद (उप्र) ने बताया कि उनका ऑपरेशन यहीं हुआ और वे स्वस्थ एवं प्रसन्न हैं। नारायण सेवा संस्थान में छत्तीसगढ़ से आई अश्विनी कुमार साहू से परिचय हुआ, और परिवार की सहमति से आज वह विवाह सूत्र में बंध गईं। इन जोड़ों में से अधिकांश ऐसे हैं, जिनका नारायण सेवा संस्थान में ऑपरेशन हुआ और यहीं पर विवाह भी हो रहा है।

इस कार्यक्रम में शारदा देवी का सूजाराम माली से, नक्की कुमारी का प्रभुलाल से, लीला भील का लुकियाराम से, अमृतलाल भगोरा का रीता कुमारी वडेरा से, लाडुराम का कोकिला से, शान्तिलाल लहुर का अमृत कुमारी वडेरा से, शंकरलाल सोलंकी का भंवरी कुमारी से, रमेश पारगी का हल्दी कुमारी से, मजीलाल खराडी का सरला कलासुआ से, दिनेश चन्द्र डामोर का गुड्डी निनामा से, समीरा का गौतम लाल से, शंकरलाल मीणा का जीवणी मीणा से, मोहनलाल मईडा का मलावती हिंडोर से, हरिश कुमार का किरण मीणा से, कान्तिलाल मीणा का निर्मला मीणा से, राजेन्द्र कुमार मेघवाल का इन्द्रा कुमारी से, वीरेन्द्र कुमार प्रजापत का माया प्रजापत से, रमीला का किशन लाल से, मांगीलाल का लीला खोखरिया से, पेपी कुमारी का रेवा शंकर से, जीवली का भरताराम से, ओकारलाल का पारू कुमारी मीणा से, मीना कुमारी मीणा का बहादूर मल मीणा से, रमेश मीणा का अनिता मीणा से, विनोद कुमार मीणा का शुना कुमारी मीणा से, अंबालाल मीणा का सविता से, गोवर्धन कुमार मीणा का वर्षा कुमारी मीणा से, तारा कुमारी का ईश्वर लाल मीणा से, राजेन्द्र मीणा का लीला कुमारी से, हीरालाल खोखरिया का मैना कुमारी दर से, भैरव लाल खराडी का रमीला पारगी से, शाहेब राज का सपारी से, जोवना का हेमा कुमारी से, मगदु कुमारी का मोहनलाल से, रामा पारगी का रगली कुमारी से, कला पारगी का हीरा से, शान्तिलाल डामोर का लीला से, भीमराज मीणा का हमलता मीणा से, भेरूलाल मीणा का कमला मीणा से, कमला मीणा का लाला मीणा से, जमना खराडी का प्रेमा मीणा से, गौतम लाल का सन्तु से, सूरज मल मीणा का आशा से, तेजराम का दीमिका डामोर से, भेरूलाल मीणा का मन्जु रावत से, बाबू लाल लहुर का शान्ति कुमारी से, शान्ति लाल मीणा का धुलकी से, मनीया पारगी का सुरता गमार से विवाह सम्पन्न हुआ।

विवाह समारोह में आवास, भोजन, यातायात, पोशाक आदि सभी पूर्णतः निःशुल्क था, जोकि संस्थान ने वहन किया। सभी विवाहित जोड़ो को घर गृहस्थी की संपूर्ण सामग्री निःशुल्क प्रदान की गई, जिसमें अलमारी, कुकर, 21 साड़ियां, पंखे, प्रेशर कुकर, सोल, दरियां, पैंट-शर्ट, डिनर सेट, के साथ ही दुल्हन का वेश, मंगलसूत्र, पायल, बिछिया, टोप्स, चेन, गले का हार सेट, सिलाई मशीन, घड़ी, दुल्हे को ड्रेस, साफा, चेन, कुर्ता, पजामा आदि वस्तुएं दी गईं।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]